एकांगवीर रस किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर ने आपके प्रिसक्रिप्शन फॉर्म में लिखा है । इसका मतलब आपको वात रोग या न्यूरोलॉजिकल से संबंधित शिकायत हो सकती है । वैसे तो यह आयुर्वेदिक औषधि गोलियों के रूप में आयुर्वेदिक स्टोर पर मिल जाती है । परंतु इसका उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं के योग में किया जाता है । आइए हम जानते हैं इस औषधि के लाभ के बारे में । आइए जानते हैं एकांगवीर रस के लाभ ।
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विवरण-
यह औषधि आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा तब लिखी जाती है ।जब आपको तंत्रिका से संबंधित अथवा जोड़ों से संबंधित अथवा कमर दर्द साइटिका पक्षाघात यानी कि लकवा फेशियल पैरालाइसिस यानी कि चेहरे का लकवा नसों में दर्द रीड की हड्डी में दर्द जैसी शिकायत होती है । इस औषधि में कई सारे धात्विक घटक द्रव्य का उपयोग किया जाता है । इसलिए इस औषधि का सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में ही होना चाहिए ।
एकांगवीर रस का उपयोग किन किन रोगों में किया जाता है?
• पैरालाइसिस यानी कि लखवा
• फेशियल पैरालाइसिस यानी कि चेहरे का लकवा
• साइटिका जो कमर के ऊपर से उठने वाला दर्द जाता है ।
• अवस्कुलर नैक्रोसिस AVN
• घुटनों का दर्द कमर का दर्द
• पार्किंसन डिजीज
• सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस
• न्यूरोमस्कुलर पेन तंत्रिकाओं में दर्द एवं सूजन
• एकांत अथवा सर्वांग दर्द
घटक द्रव्य
पाउडर अथवा टेबलेट के रूप में
• शुद्ध पारद
• शुद्ध गंधक
• कांत लोहा
• वंग भस्म
• नाग भस्म
• ताम्र भस्म
• अभ्रक भस्म
• लोह भस्म
• सोंठ
• मरीच
• पीपल
• निर्गुंडी
• त्रिकटु
• सहजन
• कुचला
• अर्क
• धतूरा
भावना- भृंगराज आंवला एवं अदरक के रस की 3 दिन तक लगातार मर्दन
मात्रा-
रोगी के बल आयु एवं प्रकृति एवं स्थान के अनुसार आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा दी जाती है । सामान्यतः 125mg से 375mg तक दिन में दो बार खाना खाने से पहले या बाद में चिकित्सककी देखरेख में दी जाती है ।
गुण
तीक्ष्ण रसायन एंटी टॉक्सिक
लाभ-
• तंत्रिका से जुड़े सभी रोगों में
• कमर दर्द
• साइटिका का दर्द
• जोड़ों का दर्द
• पक्षाघात पैरालाइसिस
• फेशियल पैरालाइसिस
• सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस
• कमर दर्द
इन सभी प्रकार की समस्याओं में लाभ होता है ।
अंग्रेजी दवाइयों के साथ उपयोग-
इस औषधि का उपयोग चिकित्सक की देखरेख में किया जाना चाहिए । चिकित्सकों द्वारा इसे अंग्रेजी दवाइयों क सेवनके 1 घंटे पूर्व अथवा 1 घंटे बाद लेने की सलाह दी जाती है ।
पूरक पोषक तत्व फूड सप्लीमेंट के साथ-
आयुर्वेदिक औषधियों का दुष्प्रभाव नहीं होता है । फिर भी पोषक तत्व के साथ देने से पूर्व चिकित्सक की सलाह जरूर ले ।
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कहाँ से ख़रीदे ?
हर आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर एव ऑनलाइन स्टोर पर उपलब्ध |