धुप सेवन के फायदे जान लोगे तो चौक जायेंगे आप ….
सर्दियों का मौसम हो और नर्म धूप आपकी आंगन में आ रही हो तो इससे अच्छी बात आपके लिए नहीं हो सकती
ऐसा तभी संभव है जब आप गांव में रहते हो
लेकिन अगर आप शहर में रहते हैं तो आपको अपने घर में शायद ही धूप नसीब हो
चलिए कोई बात नहीं धूप चाहे बुरे दिन मिले चाहे थोड़ी देर के लिए दूध का फायदा तो आपके शरीर को मिलना ही चाहिए
धूप से आपके शरीर में गर्माहट बनी रहती है विशेष रूप से धूप में विटामिन डी मिलता है जो हड्डियों की मजबूती के लिए बहुत जरूरी होता है और विटामिन डी का सबसे प्राकृतिक स्रोत ही सूर्य है सूर्य की रोशनी जब हमारे शरीर पर पढ़ती है तो हमारा शरीर उचित मात्रा में विटामिन डी को अवशोषित कर लेता है जो हमारे शरीर के कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है ।
सूरज की रोशनी में कई ऐसे चमत्कारी को होते हैं जिससे हमारे शरीर में कई प्रकार के संक्रमण होने की आशंका कम हो जाती है शरीर की एबिलिटी बनी रहती है और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है ।
धूप का सेवन हमारे शरीर के पाचन तंत्र को मजबूत करता है । जैसा पौधों को भी धूप की जरूरत होती है उसी तरह से मनुष्य शरीर को भी धूप की उतनी ही आवश्यकता है ।
जैसे एक दिन तक दो ना मिलने पर पौधे की जो हालत होती है वैसे ही कुछ प्रतिक्रिया हमारे शरीर पर भी होती है । धूप के कारण शरीर में कई प्रकार की ह हार्मोन का स्त्राव एवं नियमन होता है ।
रात में नींद आने की समस्या धूप सेवन से भी दूर की जा सकती है क्योंकि धूप का सीधा असर पीनियल ग्लैंड पर होता है यह ग्रंथि मेलाटोनिन नामक हार्मोन का स्त्राव करती है और यह एक तरह का ऐसा एंटीऑक्सीडेंट है जो हमारे शरीर में नींद की क्वालिटी को तय करता है और डिप्रेशन से दूर रखता है ।
दूध के सेवन से चमड़ी से संबंधित कई रोगों में लाभ होता है शरीर का रक्त साफ होने लगता है कई प्रकार की खाज खुजली एक्जिमा सिरोसिस और फंगल इन्फेक्शन भी दूर होते है धूप की गर्माहट से शरीर में हाई ब्लड प्रेशर को भी कम किया जा सकता है
अब सवाल आता है कितनी देर आप धूप में रहे
आयुर्वेद के अनुसार सुबह की धूप सबसे उत्तम होती है जो सूर्य की किरण है सुबह के समय आपको मिलती है उसमें विटामिन डी होने से शरीर में कई लाख होते हैं ।
आयुर्वेद में सूर्य नमस्कार भी एक बहुत ही वैज्ञानिक योग किया है ।
सूर्य नमस्कार से आपके शरीर में कई ऐसे लाभ मिलते हैं जो केवल रोजाना करने वाला ही आपको बता सकता है ।
धूप का सेवन सुबह या ढलती दोपहर मैं करना चाहिए । 20 से 30 मिनट तक धूप में बैठना पर्याप्त होता है
बुजुर्गों में दोपहर के समय धूप का सेवन अच्छा रहता है
बच्चों में सुबह 10:00 बजे से धूप का सेवन अच्छा रहता है
सांवले रंग वालों की अपेक्षा गोरे रंग वालों को कम समय में धूप का लाभ मिल जाता है ।
ज्यादा समय धूप में बैठने के नुकसान-
अधिक समय तक धूप में बैठने से स्किन एलर्जी डिहाइड्रेशन एक मेंटेशन चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती है उतने ही समय धूप में बैठे जितना आपको जरूरी है । धूप में ज्यादा बैठने से शरीर में कई जगह पर सांवलापन आ सकता है अधिक संवेदनशील लोग कम समय के लिए धूप में बैठे
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना
अगर एलर्जी स्किन पर दिखती है तो एलोवेरा का प्रयोग कर सकते हैं ।
अधिक तेज धूप में हल्की कपड़े पहन कर बैठना फायदेमंद रहता है फोन मिला
आयुर्वेद में तेल की मालिश के बाद धूप में बैठने का विधान भी है लेकिन यह केवल चिकित्सक की देखरेख में करवाए ।
धूप में बैठने के बाद यह जरूर ध्यान रखें कि तुरंत स्नान ना करें ।
अगर ऐसा करते हैं तो हो सकता है आपको सर्दी गर्मी की वजह से शरीर में उपद्रव हो सकते हैं
।
धूप में तेल की मालिश करके बैठने से शरीर में रक्त परिसंचरण बेहतर होता है और शरीर तरोताजा और स्फूर्ति दायक हो जाता है ।
धूप में बैठने से पहले तिल्ली का तेल सबसे उत्तम माना गया है घर में तिल्ली का तेल मौजूद ना होने पर आप सरसों के तेल या बादाम तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं ।