योगराज गुग्गुल के फायदे और नुकसान – कई रोगों की एक आयुर्वेदिक दवा जिसे जानकर आप कई रोगों से निजात पा लेंगे आइये जानते है-
दवाई का नाम – योगराज गुग्गुल
Table of Contents
योगराज गुग्गुल के घटक –
- चित्रक
- पिप्पली मूल
- यवानी
- काला जीरा
- विडंग
- अजवाइन
- सफेद जीरा
- देवदारु
- चव्य
- इलायची
- सेंधव नमक
- रास्ना
- बड़ा गोखरू
- धान्यक (धनिया )
- हरड
- बहेड़ा
- आंवला
- मुस्तक
- सोंठ
- मरीच
- पिप्पल
- दालचीनी
- खस
- यवक्षार
- तालीस पत्र
- तेज पत्ता
- शुद्ध गुग्गुल
- घी
योगराज गूगुल बनाने की विधि-
उपरोक्त सभी औषधि द्रव्यों को सामान मात्रा में लेकर बारीक़ चूर्ण बना कर गुग्गल और घी में अच्छे से मर्दन करने के बाद छोटी छोटी गोलिया जिन्हें आयुर्वेद में वटी कहते है । लगभग १२५ मिली ग्राम से 250 मिली ग्राम की मात्रा में बना कर कांच की शुद्ध पात्र में संगृहीत कर सकते है ।
सेवन मात्रा –
वयस्क – 2 से 4 गोली चिकित्सक के निर्देश के अनुसार सेवन करें ।
योगराज गुग्गुल के फायदे और नुकसान–
- आमवात- पेट में आम बनने के कारण आमवात रोग होता है। आम के पाचन में सहायक है ।
- संधिवात – वात रोग जिसमे जोड़ो में दर्द रहता है ।
- पेट के रोग – पाचन तंत्र को सुधरने में मदद करता है ।
- पेट के कीड़े दूर करती है ।
- पुराने नहीं सूखने वाले घावो के लिए ।
- बवासीर अर्श
- भूख की कमी दूर करती है
- कमजोरी दूर करती है
- पक्षाघात अर्दित रोग को ठीक करने में सहायक है ।
- सायटिका या गृघ्रसी रोग के लिए फायदेमंद है ।
- गुल्म
- आनाह
दवाई के दुष्प्रभाव –
अभी तक किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव की पुष्टि नहीं है ।
दवाई से सम्बंधित आम प्रश्न एवं उत्तर
प्रश्न – 1 क्या बच्चो को देना सुरक्षित है ?
सावधानी से केवल चिकित्सक के निर्देश पर
प्रश्न -2 क्या गर्भवती को सेवन करना सुरक्षित है ?
सावधानी से केवल चिकित्सक के निर्देश पर
प्रश्न -3 क्या स्तनपान करवाने वाली महिला को सेवन करना चाहिए ?
सुरक्षित
प्रश्न – 4 क्या अल्कोहल के साथ सेवन सुरक्षित है ?
सावधानी से केवल चिकित्सक के निर्देश पर
प्रशन -5 क्या इसकी आदत लगती है ?
नहीं
आपने जाने योगराज गुग्गुल के फायदे और नुकसान
सन्दर्भ ग्रन्थ – भै. र
अस्वीकरण – इस लेख में दि गई जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । केवल शेक्षिक उपयोग एवं जागरूकता के लिए है । किसी भी आयुर्वेद दवाई का उपयोग करने से पूर्व चिकित्सक की सलाह आवश्यक है । किसी भी तरह की हानि की जिम्मेदारी ब्लॉग की नहीं है ।
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