शतधौत घृत shat dhaut ghrit

शतधौत घृत shat dhaut ghrit

शतधौत घृत shat dhaut ghrit- प्रिय पाठक आपका स्वागत है। आयुर्वेद में कहीं ऐसी अद्भुत औषधीय है जो आज के समय में बहुत कम लोगों में प्रचलित है। इसका कारण है कि आयुर्वेद का प्रचार प्रसार सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। आज हम बात करेंगे शतधौत घृत यह एक ऐसा घृत यानी की घी है जो त्वचा रोगों के लिए एक रामबाण औषधि है।

आपने देखा होगा आज होने वाली स्किन डिजीज में इतना जिद्दी सिंगल इन्फेक्शन आ चुका है कि कई प्रकार की चिकित्सा प्रणालियों की औषधियां सेवन करने के बाद भी खत्म नहीं हो पा रहा है ।

शतधौत घृत क्या है?

आयुर्वेद में शुद्ध गाय के घी को 100 बार स्वच्छ पानी में धोने के बाद अगर इसका उपयोग किसी भी त्वचा रोग के लिए किया जाता है तो यह त्वचा की अंतिम लेयर तक जाकर रोग का नाश करता है साथ ही त्वचा में पोषण प्रदान करता है ।

शतधौत घृत कैसे बनाया जाता है ?

पूर्णमासी की रात को 100 ग्राम गाय के शुद्ध देसी घी को तांबे के पात्र में तांबे की कटोरी अथवा तांबे के लोटे के माध्यम से दोगुना पानी मिलाकर 100 बार राउंड में घुमाया जाता है। फिर इसको पानी से धोया जाता है । यह प्रक्रिया 100 बार दोहराई जाती है इस तरह से शतधौत घृत का निर्माण किया जाता है।

हजारों वर्ष पूर्व इसका वर्णन चरक संहिता में कर दिया गया था।

शतधौत घृत का उपयोग एवं फायदे

सौंदर्य प्रसाधन में-

शतधौत घृत का प्रयोग कई प्रकार की सौंदर्य प्रसाधन क्रीम के अंदर उपयोग किया जाता है। त्वचा की पिंपल रिंकल्स आंखों के नीचे काले घेरे एवं डार्क स्पॉट को करने में लाभकारी है।

त्वचा रोग-

सभी प्रकार के त्वचा रोग जिसमें कील मुंहासे त्वचा का रूखापन त्वचा का फंगल इन्फेक्शन बैक्टीरियल इनफेक्शन एवं बेजान त्वचा को फिर से नए जैसा बनता है। सभी प्रकार के एग्जिमा चिकन पॉक्स के कारण त्वचा के दाग धब्बे एवं जले हुए लगाने से विशेष लाभ मिलता है।

गर्भावस्था के बाद की स्ट्रेच मार्क एवं झाइयां-

सभी प्रकार की झाइयों एवं गर्भावस्था के बाद होने वाले स्ट्रेच मार्क में लाभकारी है।

सहस्त्रधौत घृत – जब इसी प्रक्रिया को 1000 बार दोहराया जाता है तो यह अधिक गुणकारी औषधि बन जाती है।

अगर आपको भी शिक्षा से संबंधित कोई समस्या है आप इसे एक बार जरूर ट्राई करें। शतधौत घृत

शतधौत घृत साइड इफेक्ट

अभी तक इस औषधि के किसी साइड इफेक्ट की पुष्टि नहीं हुई है। चेहरे पर उपयोग करने के बाद 15 मिनट के बाद गुनगुने पानी से मेरे को धो लेना चाहिए।

किसी भी प्रकार की एलर्जी होने पर दवाई का उपयोग बंद कर चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।

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