शिवाक्षार पाचन चूर्ण shivakshar pachan churna

शिवाक्षार पाचन चूर्ण

शिवाक्षार पाचन चूर्ण shivakshar pachan churna-अगर आपको लगातार किसी भी व्यक्ति को पेट में गैस, अजीर्ण, आगरा हिचकी जैसी समस्या है इसके साथ ही पाचन से संबंधित कोई समस्या है तो पेट के रोगों के लिए बहुत ही उपयोगी आयुर्वेदिक चूर्ण है यह।

आइए जानते हैं शिवाक्षार पाचन चूर्ण के घटक द्रव्य फायदे और सेवन मात्रा के बारे में। सेवन करने के कुछ देर बाद ही यह अपना असर दिखाना शुरू कर देता है ।

शिवाक्षार पाचन चूर्ण shivakshar pachan churna के घटक द्रव्य

  1. हिंग्वाष्टक चूर्ण एक भाग
  2. छोटी हरड़ का चूर्ण एक भाग
  3. सज्जीक्षार एक भाग

शिवाक्षार पाचन चूर्ण shivakshar pachan churnaसेवन मात्रा-

3 से 5 ग्राम की मात्रा। दिन में दो बार पानी से भूखे पेट या भोजन के पश्चात चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें।

शिवाक्षार पाचन चूर्णshivakshar pachan churna के उपयोग एवं फायदे-

  • पेट में गैस की शिकायत में इसका सेवन करवाया जाता है ।
  • अजीर्ण, कब्ज और आफरा जैसी शिकायत में भी इसका प्रयोग करवाया जाता है।
  • भूख की कमी, पेट में दर्द, तथा पेट में कीड़ों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयोग करवाया जाता है ।
  • पेट की अग्नि को बढ़ाता है और बुक के साथ-साथ यकृत की कार्य क्षमता में बढ़ोतरी करता है ।
  • पेट के भारीपन को दूर करता है ।
  • पेट के कीड़ों के लगातार बने रहने की समस्या से निजात पाने के लिए इसका प्रयोग करवाया जाता है ।
  • आंतों में आम का पाचन करता है।
  • पेट में गैस की समस्या से निजात दिलाता है ।
  • पेट में कीटाणु को खत्म करने के बाद पेट की दुर्गंध को दूर करता है ।
  • जिन्हें यकृत संबंधित रोग है उन्हें पाचन में समस्या होने पर इस चूर्ण का प्रयोग करवाना हितकर है।

सावधानी

  • औषधि का सेवन चिकित्सक के निर्देशन में करें ।
  • निर्धारित मात्रा से अधिक मात्रा में इसका सेवन ना करें ।
  • चाय ,बाजार की तेली गली चीजें एवं खाद्य पदार्थों का त्याग करें ।
  • व्यसन से दूर रहे।

कहाँ से ख़रीदे ?

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चेतावनी- इस पोस्ट में दी गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है। किसी पर आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से पूर्व रजिस्टर आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह आवश्यक है।

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