अभयादि मोदक abhayadi modak tablet uses in hindi आज के समय में पेट की समस्याए और कब्ज हो चुकी है । हर कोई कब्ज के लिए कुछ ना कुछ दवाई या चूर्ण ले रहा है । खासकर उम्र दराज लोगो में और 40 से अधिक उम्र के लोगो में अधिक देखने को मिलती है । हमइसके कारणों की बात करें तो इनकी लिस्ट बहुत बड़ी है लेकिन
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मुख्य कारणों की बता करें तो –
- खान पान की गलत आदते
- रुक्ष आहार
- पानी या तरल का कम सेवन
- नियमित व्यायाम की कमी
- फ़ास्ट फ़ूड एवं मेदे बेसन की तली हुई खाद्य सामग्री का उपयोग
- घी का कम प्रयोग
- कोल्ड ड्रिंक का अधिक उपयोग
- रात में देर तक जागने से
- रेशेदार (फाइबर ) युक्त भोजन की कमी
आज हम बात करेंगे अभयादि मोदक वटी के बारे में यह एक आयुर्वेदिक एवं पूर्णतया हर्बल औषधी है ।
अभयादि मोदक वटी के घटक द्रव्य –
- हरड 1 भाग
- पिपलामुल 1 भाग
- पीपल 1 भाग
- सोंठ 1 भाग
- काली मिर्च 1 भाग
- दालचीनी 1 भाग
- तेजपत्ता 1 भाग
- नागरमोथा 1 भाग
- वायविडंग 1 भाग
- आंवला 1 भाग
- दंती मूल 3 भाग
- निशोथ 8 भाग
- मिश्री 6 भाग
- शहद टेबलेट बनाने के लिए आवश्यकता के अनुसार
अभयादि मोदक के फायदे –abhayadi modak tablet uses in hindi
कब्ज – कब्ज या कोष्ठ बद्धता के लिए आयुर्वेद चिकित्सको द्वारा इसकी सलाह रोगियों को दिजाती है । पुरानी से पुरानी कब्जी में राहत देने के गुण इस आयुर्वेदिक औषधी में मोजूद है ।
पाचन की समस्या – जिन रोगियों या स्वस्थ व्यक्तियों का पाचन तंत्र कमजोर है और गैस एसिडिटी , भुख की कमी पेट का फूलना , भोजन का नहीं पचना जैसी समस्याओ में रहत प्रदान करता है ।
प्लीहा वृद्धि – जिन रोगियों की तिल्ली बढ़ी हुई है उनके लिए भी यह औषधी फायदेमंद है ।
वात रोगी – आयुर्वेद में वात वृद्धि से जिन रोगयो के शारीर में दर्द , अकदन , जोड़ो का दर्द , सिरदर्द , कमर दर्द की शिकायत रहती है । उनके लिए भी यह औषधि फायदेमंद है ।
आफरा – जिन रोगियों को खाने के बाद आफरे की शिकायत रहती है उनको भी इसके सेवन से लाभ होता है ।
पीलिया – रक्त की कमी से होने वाले पीलिये में इसका सेवन लाभकारी रहता है ।
चर्म रोग – चर्म रोगी भी इसके सेवन से त्वक विकारो एवं रक्तविकारो में लाभ ले सकते है ।
डायबिटीज – सुगर के रोगी भी इसके सेवन से कब्ज के साथ साथ पाचन (मेटाबोलिज्म ) में सुधार कर शुगर पर नियंत्रण कर सकते है ।
ज्वर / बुखार – अनियमित आने वाले बुखार में भी इसका सेवन लाभप्रद रहता है ।
सेवन मात्रा –
केवल वयस्कों में – 1 से 2 टेबलेट ठन्डे पानी से (कब्ज दूर करने में ) चिकित्सक के परामर्श पर ( गर्भवती माताओं ,स्तनपान कराने वाली माताओं एवं बच्चो को चिकित्सक के परामर्श से ही देवं )
दस्त रोकने के लिए गर्म जल का सेवन करवाएं ।
दुष्प्रभाव –
कोई दुष्प्रभाव ज्ञात नहीं ।
अधिक मात्रा में सेवन करने से मरोड़ के साथ दस्त हो सकती है ।
अस्वीकरण – इस लेख में दि गई समस्त जानकारी शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है । यह चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है । आयुर्वेदिक औषधी का प्रयोग केवल चिकित्सक के निर्देश पर ही सेवन करें ।
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