अरविंदासव के फायदे-बदली हुई जीवन शैली के कारण छोटे बच्चों में पोषण का ध्यान नहीं रखने के कारण बच्चे कुपोषित हो जाते हैं । समय के साथ कमजोरी दुर्बलता हाथ पैर पतले हो जाना । इसके साथ चॉकलेट, फास्ट फूड, की वजह से बच्चों में पोषण की कमी रह जाती है । जिसमें बच्चों की ऊंचाई तथा वजन सामान्य से कम हो जाता है ।
साथ ही बच्चों में खून की कमी , भूख की कमी जैसी समस्या देखने को मिलती है । सफेद कमल इत्यादि घटक द्रव्य से बना हुआ अरविंदासव छोटे बच्चों की अग्नि को प्रदीप्त कर बढ़ाता है ।और धीरे-धीरे अग्नि संदीपन कर रस तथा रक्त धातु का पोषण करता है । धीरे-धीरे सप्तधातु का पोषण होता हैआइए जानते हैं अरविंदासव के फायदे तथा घटक द्रव्य-
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अरविंदासव के घटक द्रव्य-
औषधि द्रव रूप में उपलब्ध होती है । हर औषधि का क्वाथ भाग निम्न रूप से है-
- कमल एक भाग
- उशीर एक भाग
- गम्भाारी एक भाग
- उत्पल एक भाग
- मंजिष्ठा एक भाग
- छोटी इलायची एक भाग
- बला 1 भाग
- जटामांसी एक भाग
- मुस्ता एक भाग
- सारेिवा एक भाग
- हरितकी एक भाग
- वचा एक भाग
- आमलकी एक भाग
- कर्चुर एक भाग
- त्रिवृत्त एक भाग
- नीली एक भाग
- पटोल एक भाग
- पर्पट एक भाग
- अर्जुन एक भाग
- यष्टिमधु एक भाग
- मधुक एक भाग
- मुरा एक भाग
- द्राक्षा 20 भाग
- धातकी 16 भाग
- शर्करा 100 भाग
- मधु 50 भाग
अरविंदासव के फायदे एवं उपयोग
- भूख की कमी
- बच्चों मेंबुखार ना होते हुए भी शरीर का तापमान बढ़ा हुआ रहना ।
- बच्चों की कमजोरी में ।
- छोटे बच्चों में हड्डियों का टेढ़ा मेढ़ा होने की संभावना में ।
- बच्चों में वजन की कमी
- बच्चों के मानसिक दुर्बलता तथा याददाश्त की कमी में ।
- इसके साथ ही चिकित्सक अपने विवेक से अन्य समस्याओं में भी इस औषधि का प्रयोग करवाया जाता है ।
सेवन मात्रा-
आधा चम्मच से दो चम्मच तक[5 एमएम से 10 एमएम तक]बच्चे की उम्र के अनुसार समान सेजले से लेबल पर दी गई निर्देशिका के अनुसार अथवा आयुर्वेद चिकित्सक के निर्देशानुसार ।
सावधानी-
दवाई को सूखे तथा सामान्य तापमान वाले स्थान पर रखें ।
निर्देशित मात्रा से अधिक सेवन ना करें या करवाएं ।
चेतावनी-
यहां पर उपलब्ध समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से पूर्व आयुर्वेद चिकित्सा की सलाह आवश्यक है ।
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