कौंच पाक के फायदे

कौंच पाक के फायदे

कौंच पाक के फायदे–आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कौंच पाक के घटक द्रव्य, कोच पाक बनाने की विधि, कितनी मात्रा में सेवन करना चाहिए? इसके साथ साथ इसके उपयोग एवं फायदे के बारे में जानेंगे ।

यह एक आयुर्वेदिक कामोत्तेजक औषधि है । कौंच पाक आयुर्वेद के अनुसार शरीर में सप्त धातुओं की वृद्धि एवं पुष्टि करता है । इसके साथ साथ ही यह कई अन्य बीमारियों में लाभ पहुंचाता है । जिसके बारे में हम आगे जानें

कौंच पाक के घटक द्रव्य

  1. कौंच बीज 125 तोले
  2. दूध 16 गुना
  3. शक्कर 4 गुना
  4. घी दोगुना( प्राप्त चूर्ण का)
  5. जायफल दो तोले
  6. जावित्री दो तोले
  7. सोंठ 2 तोला
  8. लौंग 2 तोला
  9. अकरकरा 2 तोला
  10. जीरा 2 तोला
  11. पीपल 2 तोला
  12. दालचीनी 2 तोला
  13. तेजपत्ता 2 तोला
  14. इलायची 2 तोला
  15. नागकेसर 2 तोला
  16. कपूर 2 तोला
  17. शीतल मिर्च 2 तोला
  18. समुद्र शोष 2 तोला
  19. भिलावा 2 तोला
  20. केसर 2 तोला
  21. करंज बीज की गिरी 2 तोला
  22. खुरासानी अजवायन 2 तोला
  23. दुग्ध शोधित बच्छनाभ 2 तोला
  24. काली मूसली 4 तोला
  25. शुद्ध अफीम 4 तोला
  26. रस सिंदूर 2 तोला
  27. नाग भस्म 2 तोला
  28. वंग भस्म 2 तोला
  29. लोह भस्म 4 तोला
  30. शहद 64 तोला
  31. सुगंधित द्रव्य( कस्तूरी, केसर इच्छा अनुसार)

कौंच पाक बनाने की विधि

सबसे पहले कौंच के बीजों को 12 घंटों के लिए गर्म पानी में भीगा देंगे । इसके बाद खादी के कपड़े में घिसकर ऊपर के छिलके अलग कर लेंगे । इसके बाद में छाया में इन बीजों को सुखा देंगे । फिर इसका बारीक चूर्ण बना देंगे । इस चूर्ण को 16 गुना दूध में मिलाकर उबा लेंगे । जब यह मिश्रण गाढ़ा हो जाए मावे जैसा बनने लगे तब इस चूर्ण के वजन से 2 गुना घी को मिलाकर धीमी आंच पर पका एंगे । फिर इस चूर्ण से 4 गुना शक्कर की चासनी बनाएंगे । इस चासनी में कौंच बीज से बना हुआ मावा मिला देंगे । फिर इसमें जायफल जावित्री सोंठ लौंग अकरकरा जीरा दालचीनी पीपल तेजपत्ता इलायची नागकेसर कपूर शीतल मिर्च समुद्र शोष भिलावा केसर रेंज के बीजों की गिरी खुरासानी अजवायन बच्छ नाभ काली मूसली शुद्ध अफीम इन सभी का बारीक चूर्ण बनाकर मिला लेंगे । रस सिंदूर नाग भस्म वंग भस्म लोह भस्म को उपरोक्त अनुसार मात्रा मिला लेंगे । ठंडा होने के बाद में शहद को उपरोक्त मात्रा के अनुसार मिलावे । सुगंधित द्रव्य के रूप में केसर कस्तूरी इच्छा अनुसार मिलाकर कलाई वाले बर्तन में निकाल ले ।

सेवन मात्रा-

250 मिलीग्राम से 500 मिलीग्राम की मात्रा रोजाना सुबह दूध के साथ चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें ।

कौंच पाक के फायदे-

  • शरीर को अंदरूनी ताकत देने वाला धातु को पुष्ट करने वाला अनुपम योग है।
  • कामोत्तेजना बढ़ाने वाला पुरुषार्थ को बढ़ाने वाला योग है ।
  • वीर्य की कमी ,शुक्राणु वर्धक एवं उनकी कार्यशीलता में वृद्धि करने वाला वाजीकरण योग है ।
  • खंजवात रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी है ।
  • दमा के रोगियों को लाभ पहुंचाता है ।
  • ट्यूबरक्लोसिस( क्षय रोग) के रोगियों को लाभ पहुंचाता है ।
  • रूमेटाइड अर्थराइटिस एवं अन्य वात रोगों में लाभ पहुंचाता है ।
  • शक्ति वर्धक एवं बुद्धि वर्धन में अत्यंत गुणकारी आयुर्वेदिक औषधि है ।

सावधानी-

  • अफीम का प्रयोग होने के कारण इसकाअधिक मात्रा में सेवन ना करें ।
  • चिकित्सक की देखरेख में सेवन करें ।
  • केवल वयस्कों के लिए है ।
  • बच्छनाभ की मात्रा होने के कारण सावधानी से प्रयोग करें ।
  • बच्चों की पहुंच से दूर रखें ।
  • कमरे के तापमान पर स्टोर करें ।

कौच पाक के प्रयोग के दौरान क्या खाएं क्या ना खाएं?

क्या खाए- केला, मिश्री, घी , दूध, मुनक्का, अंगूर

क्या ना खाएं- अचार, आमचूर, दही, छाछ, राबड़ी, इडली सांभर, बेसन मेदा के बने हुए पदार्थ ।

कहां से खरीदें-

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चेतावनी- इस लेख में दी गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से पूर्व आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह आवश्यक है ।

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