जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां जोड़ों में दर्द एक आम समस्या है जो कि विभिन्न कारणों से हो सकती है। कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:

  1. ऑस्टियोआर्थराइटिस: यह जोड़ों में स्थूलता के कारण होने वाला दर्द होता है।
  2. रखरखाव की कमी: दैनिक गतिविधियों में कमी के कारण जोड़ों में दर्द हो सकता है।
  3. गठिया: यह एक शारीरिक रोग है जो जोड़ों में दर्द, स्थूलता और सुजन का कारण बनता है।
  4. घाव: जोड़ों के आसपास के क्षेत्र में घाव होने पर भी जोड़ों में दर्द हो सकता है।
  5. दुर्बल मांसपेशियाँ: मांसपेशियों की कमजोरी जोड़ों में दर्द का कारण बन सकती है।

जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए आप अपने चिकित्सक से परामर्श कर सकते हैं। वे आपके लिए उपयुक्त उपचार और दवाएं सुझा सकते हैं। साथ ही आप अपनी आदतों में परिवर्तन करके जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं, जैसे योग, व्यायाम और सही आहार।

जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

Table of Contents

योगराज गुग्गुलु (Yograj Guggulu) जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

यह आयुर्वेदिक दवा जोड़ों के दर्द और सूजन में उपयोग की जाती है। इसमें अश्वगंधा, गुग्गुलु, गुडूची, शंख भस्म जैसे जड़ी बूटियाँ होती हैं जो शरीर में गर्माहट पैदा करती हैं और जोड़ों के दर्द में राहत देती हैं।

महारस्नादी क्वाथ (Maharasnadi Kwath) जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

यह आयुर्वेदिक काढ़ा जोड़ों के दर्द, स्पोंडाइलाइटिस, मांसपेशियों के दर्द और सूजन में उपयोग की जाती है। इसमें महारस्नादी चूर्ण, नागरमोथा, श्वेत चंदन, लाउंग जैसी जड़ी बूटियाँ होती हैं जो जोड़ों के दर्द में लाभदायक होती हैं।

दशमूलारिष्ट (Dashmularishta) जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

यह आयुर्वेदिक दवा जोड़ों के दर्द, पीठ दर्द और सूजन में उपयोग की जाती है। इसमें दशमूल, अर्जुन छाल, लोध्रा, धतूरा, अम्ला आदि होते हैं जो जोड़ों के दर्द में राहत देते हैं।

महायोगराज गुग्गुल (Yogaraj Guggulu) जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

यह आयुर्वेदिक दवा जोड़ों के दर्द और सूजन के लिए आयुर्वेदिक दवा है ।

सेन्धवादि  चूर्ण (Sindhuwadi Churna) जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

यह आयुर्वेदिक दवा जोड़ों के दर्द, स्पोंडाइलाइटिस और रीढ़ की हड्डी के दर्द में उपयोग की जाती है। इसमें सिंधा नमक, अजवायन, जीरा, हल्दी, मेथी जैसी जड़ी बूटियाँ होती हैं जो जोड़ों के दर्द में लाभदायक होती हैं।

त्रयोदशांग गुग्गुलु (Trayodashang Guggulu) जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

यह आयुर्वेदिक दवा जोड़ों के दर्द, संक्रमण, स्पोंडाइलाइटिस और मांसपेशियों के दर्द में उपयोग की जाती है। इसमें त्रयोदशांग, गुग्गुलु, शुण्ठी, पिप्पली जैसी जड़ी बूटियाँ होती हैं जो जोड़ों के दर्द में लाभदायक होती हैं।

अश्वगंधा चूर्ण :जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

एक प्राकृतिक औषधि है जो जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकती है। यह जोड़ों की स्थिरता बढ़ाने और दर्द को कम करने में मदद करता है।अश्वगंधा चूर्ण को दिन में दो बार, खाने से पहले और खाने के बाद एक चम्मच के साथ गर्म पानी के साथ लेना चाहिए। अश्वगंधा चूर्ण का उपयोग किसी भी तरह की दवाओं के साथ लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

सिंहनाद गुग्गल :जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

आमतौर पर एक आयुर्वेदिक दवा होती है जो जोड़ों के दर्द और स्वेलिंग को कम करने में मदद कर सकती है।

 महानारायण तेल (Maharasnadi Taila)जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

यह आयुर्वेदिक तेल जोड़ों के दर्द, स्पोंडाइलाइटिस, मांसपेशियों के दर्द और स्नायुजन के लिए उपयोगी होता है। इसमें महानारायण तेल, दशमूल तेल, नागरमोथा तेल, शतपुष्प तेल जैसी जड़ी बूटियाँ होती हैं जो शरीर के अलग-अलग अंगों में दर्द में राहत प्रदान करती हैं।

पुनर्नवासव (Punarnavasava) जोड़ो के दर्द की 10 आयुर्वेदिक दवाइयां

यह आयुर्वेदिक दवा जोड़ों के दर्द, गठिया, अर्थराइटिस और अन्य संबंधित रोगों में उपयोग की जाती है। इसमें पुणर्नवा, गुडूची, अम्लवेतास, लोध्रा, मुनक्का जैसी जड़ी बूटियाँ होती हैं जो शरीर के अंगों में दर्द और  सुजन में लाभ पहुंचती है ।

आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा विधि है जो विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों, पौधों और जंतुओं का उपयोग करती है। ये दवाएं प्रकृति से प्राप्त होती हैं और इनके उपयोग से शरीर को रोगों से निजात मिलती है। इन दवाओं को संयंत्रों में बनाया जाता है और ये विभिन्न व्यापक बाजारों में उपलब्ध होती हैं।

इन आयुर्वेदिक दवाओं को लेने से पहले आपको अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए, विशेषतः यदि आप अन्य दवाओं का उपयोग कर रहे हैं या आपके शरीर में किसी तरह की समस्या है। आपका चिकित्सक आपके शरीर के संगठन, प्रकृति, विकारों और अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए आपके लिए सबसे उपयुक्त दवा और उपचार सुझाएंगे।

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