डाबर अगस्त्य हरितकी अवलेह

डाबर अगस्त्य हरितकी अवलेह एक पुरानी आयुर्वेदिक औषधि है जो श्वसन संबंधी समस्याओं के लिए जानी जाती है। खासकर, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस में यह औषधि बहुत फायदेमंद साबित होती है। इसमें हरितकी और अगस्त्य जैसे महत्वपूर्ण घटक शामिल होते हैं, जो इसे खास बनाते हैं।

मुख्य घटक

  • हरितकी (Terminalia chebula): पेट की समस्याओं और पाचन को बेहतर बनाने में मदद करती है।
  • अगस्त्य: श्वसन तंत्र को मजबूत करता है और बलगम को कम करने में सहायक है।
  • दशमूल: दस औषधीय जड़ों का मिश्रण, जो वात और कफ दोष को संतुलित करता है।
  • पिप्पली (Piper longum): श्वसन और पाचन प्रणाली को सुधारने में मदद करता है।

प्रमुख लाभ

  • अस्थमा और ब्रोंकाइटिस में राहत देता है।
  • कफ को पतला कर निकालने में सहायक है।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • कब्ज में राहत प्रदान करता है।

मात्रा

  • वयस्कों के लिए: 5 से 10 ग्राम, दिन में दो बार, गर्म पानी या दूध के साथ।
  • बच्चों के लिए: 3 से 5 ग्राम, दिन में दो बार, गर्म पानी या दूध के साथ।

साइड इफेक्ट्स

अधिक मात्रा में सेवन से पेट में असहजता या दस्त हो सकते हैं। चिकित्सक की सलाह के बिना उपयोग न करें।

आहार और जीवनशैली संबंधी सुझाव

  • मिर्च-मसालेदार और तली-भुनी चीजों से परहेज करें।
  • संतुलित आहार लें जिसमें हरी सब्जियां, फल, और दालें शामिल हों।
  • नियमित योग और प्राणायाम का अभ्यास करें।

डिस्क्लेमर

यह जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। किसी भी औषधि का सेवन करने से पहले एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें। यह जानकारी किसी चिकित्सीय निदान, उपचार, या चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है।

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