पाईल्स piles – लक्षण कारण उपचार

पाईल्स piles - लक्षण कारण उपचार

पाईल्स piles – लक्षण कारण उपचार -नमस्ते दोस्तों! आज हम आपके साथ पाईल्स (बवासीर) के बारे में बताएँगे । पाईल्स एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो आंत के आसपास की नसों के फूलने के कारण होती है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकती है। चलिए, हम इस समस्या के लक्षणों, कारणों और उपचार के बारे में अधिक जानते हैं।

लक्षण-

पाईल्स के लक्षण में पेशाब करते समय दर्द, खूनी बवासीर, मस्से, खुजली और अनुच्छेद विसर्जन के साथ प्रतिरोधात्मक पेशाब शामिल हो सकते हैं। यह लक्षण व्यक्ति के अनुभव के आधार पर भिन्न हो सकते हैं और कई बार ये लक्षण सामान्य पेट की परेशानियों से मिश्रित होते हैं।

कारण-

पाईल्स के कारण कई हो सकते हैं। बड़ी उम्र, बार-बार कब्ज होना, अधिक वजन उठाना, गर्भावस्था, लंगड़ापन या बैठने की अव्यवस्था, अधिक व्यायाम या लंबे समय तक बैठे रहना आदि। इन कारकों से आंत के चारों ओर स्थित रक्त संचारित होता है और रक्त जम जाता है, जिससे नसें सूज जाती हैं और बवासीर की समस्या हो जाती है।

उपचार-

आप पाईल्स से पीड़ित हैं, तो इस समस्या को नजरअंदाज न करें। यहां कुछ घरेलू उपचार बताए गए हैं जो आपकी समस्या में राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। पहले से ही बताए उपायों के साथ-साथ, यदि घरेलू उपचार या बदलते आहार में कोई सुधार नहीं होता है, तो आपको एक चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए।

चलिए अब आपको उपचार के लिए कुछ घरेलू उपाय बताते हैं:

घरेलू उपाय –

  • पर्याप्त पानी पीना और फाइबर युक्त आहार खाना।
  • नियमित व्यायाम करना और योगासन प्राक्टिस करना।
  • गर्म पानी से सिकाई करना।
  • नहाने के समय बलासुधा पाउडर 1 चम्मच सहन हो सके ऐसे पानी में बेठ कर सिकाई करें ।
  • कब्ज निवारक चूर्ण – पंचसकार , तरुणी कुशुमाकर काप्रयोग करें । रात में सोते समय 1 चम्मच गरम पानी से ।

पाईल्स (बवासीर) के रोगियों को कुछ आहार और पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि वे इस समस्या को बढ़ा सकते हैं और लक्षणों को अधिक बढ़ा सकते हैं।

पाईल्स piles की आयुर्वेदिक दवाइयाँ –

pilex हिमालया , हम्दारोइड ऑइंटमेंट , पाइल्स विन टेबलेट , pilex ओइन्टमेंट , अर्श कुठार रस , अभयारिष्ठ , केवल चिकित्सक की सलाह से लेवें ।

पाईल्स की समस्या में – नहीं खाएं

  1. तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थ: तीखे और मसालेदार भोजन, जैसे कि मिर्च, मसालेदार फूड, गर्म मसालों वाले खाद्य पदार्थ, इत्यादि का सेवन कम करें। ये पदार्थ आंत को अधिक उत्तेजित कर सकते हैं और पेशाब करते समय दर्द या अनुच्छेद विसर्जन को बढ़ा सकते हैं।
  2. अल्कोहल और तंबाकू: अल्कोहली और तंबाकू उत्पादों का सेवन कम करें, क्योंकि ये पाईल्स के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं और उपचार को देरी कर सकते हैं।
  3. भारी और तली हुई चीजें: भारी और तली हुई चीजें, जैसे कि तली हुई फ्राइड फूड, तला हुआ मांस, और तला हुआ नमकीन आदि, का सेवन कम करें। इन पदार्थों को पचाने में ज्यादा समय लगता है और कब्ज को बढ़ा सकते हैं।
  4. बार्फी, चॉकलेट और मिठाई: बार्फी, चॉकलेट, मिठाई और मिठास्वादित खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से खाना न खाएं, क्योंकि ये पेट की परेशानियों को बढ़ा सकते हैं और कब्ज को प्रभावित कर सकते हैं।
  5. आलू और केला: पाईल्स के रोगियों को आलू और केले का सेवन कम करना चाहिए। इनमें प्राकृतिक रूप से मौजूद फाइबर होता है, जो भारी पाचन को बढ़ा सकता है और कब्ज को बढ़ा सकता है।

यदि आप पाईल्स के रोगी हैं, तो यह सभी पदार्थों को पूरी तरह से निषेधित करने की जगह, आप अपने आहार में फाइबर समृद्ध खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं, जैसे कि फल, सब्जियां, अनाज और दालें। यह आपके पाचन को सुधारेगा और कब्ज को कम करेगा।

ध्यान दें कि ये सुझाव विशेषज्ञों द्वारा दिए गए हैं और आपकी व्यक्तिगत स्थिति पर अनुकूल होने चाहिए। अपने चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श लें, यदि आपको किसी विशेष परहेज़ की आवश्यकता होतो वे आपको सही मार्गदर्शन देंगे। यदि आपकी स्थिति गंभीर है और उपचार की जरूरत होती है, तो चिकित्सा विशेषज्ञ के सम्पर्क में रहें और उनके निर्देशों का पालन करें।

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