पेराली टेब्लेट perali tablets uses in hindi ‘धन्वंतरी गुज. हर्ब’ द्वारा संशोधित एक अनोखी औषधि है, जो पक्षाघात (पेरालीसीस) और विभिन्न प्रकारके स्नायु-नाडी संबंधी रोग एवं अस्थि-विकारमें जादुई परिणाम लाती है।
Table of Contents
पेराली टेब्लेट्स /perali tablets घटक द्रव्य :-
प्रत्येक अनकोटेड टेब्लेटमें
- शुद्ध भिलावा १०० मि.ग्रा. *
- शुद्ध गूगल १०० मि.ग्रा. *
- निर्गुंडी घनसत्त्व ७५ मि.ग्रा. *
- एकांगवीर रस ७५ मि.ग्रा. *
- बृहत्वात चिंतामणी रस ५० मि.ग्रा.
- योगेन्द्र रस ५० मि.ग्रा.
- पूरक द्रव्य यथावश्यक
पेराली टेब्लेट्स /perali tablets uses in hindi
- लकवा (पक्षाघात),
- गृध्रसी, जिसे सायटिका भी कहा जाता है जिसमे कमर से सायटिका नर्व का खिंचाव एडी तक असहनीय दर्द होता है ।
- अर्धांग पक्षाघात,
- जीर्ण आमवातज संधिवात, जोड़ो का दर्द
- निम्नांग पक्षाघात, निचले भाग में पेरालैसिस
- कशेरु जकडन (Spondylitis), सर्विकल स्पोंडीलाटिस
- चेहरे का पक्षाघात, (फेशियल पेरालैसिस)
- हड्डियों के रोग में ओपरेशन के पश्चात् होने वाली पीडा में
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सेवन मात्रा:-
perali tablets uses in hindi
वयस्कः-एक टेब्लेट दिनमें तीन बार (लगभग एक महीने तक)
आधी टेब्लेट दिनमें तीन बार (लगभग दो महीने तक) बच्चे :- एक साल से पाँच साल तककी उम्रवालों के लिये
½ टेब्लेट दिन में दो बार (लगभग तीन महीने तक)
पाँच साल से दस साल तक की उम्र वालों के लिये
½ टेब्लेट दिनमें दो बार (लगभग तीन महीने तक)
उपलब्ध पैकिंग :-
१०, २० एवं ५०० टेब्लेटकी पैकिंगमें उपलब्ध है।
चेतावनी – इस लेख में दि गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी भी आयुर्वेदिक दवा के सेवन से पूर्व चिकित्सक की सलाह लेवे ।