वृद्धिवाधिका वटी

वृद्धिवाधिका वटी

वृद्धिवाधिका वटी-अंडकोष की वृद्धि एवं अपेंडिसाइटिस के लिए प्रयोग की जाने वाली आयुर्वेदिक औषधि है । आयुर्वेद शास्त्र भावप्रकाश के अनुसार यह जानकारी आपको उपलब्ध करवाई जा रही । 30 से अधिक औषधियों को बराबर मात्रा में मिलाकर बनाई जाती है । आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा वृषण की वृद्धि और आंत्र वृद्धि मैं प्रयोग करवाई जाती है । आइए जानते हैं इसके बारे में और अधिक जानकारी

वृद्धिवाधिका वटी के घटक द्रव्य ( भाव प्रकाश के अनुसार)

  1. शुद्ध पारद
  2. शुद्ध गंधक
  3. लोह भस्म
  4. बंग भस्म
  5. ताम्र भस्म
  6. कांस्य भस्म
  7. हड़ताल भस्म
  8. नीला थोथा भस्म
  9. शंख भस्म
  10. कोडी भस्म
  11. सोंठ
  12. काली मिर्च
  13. पीपल
  14. हरड़
  15. बहेड़ा
  16. आंवला
  17. चव्य
  18. पीपला मूल
  19. कचूर
  20. वायविडंग
  21. विधारा के बीज
  22. पाठा
  23. हाउ बेर
  24. बच
  25. इलायची
  26. देवदारू
  27. समुद्र नमक
  28. सेंधा नमक
  29. सांभर नमक
  30. बिड नमक
  31. काला नमक

सभी औषधियों की समान मात्रा प्रयोग की जाती है ।

वृद्धिवाधिका वटी बनाने की विधि-

उपरोक्त सभी औषधियों की समान मात्रा लेकर छोटी हरड़ के क्वाथ में 3 दिन तक खरल करने के बाद छोटी-छोटी गोलियां 125 मिलीग्राम की बनाई जाती है ।

सेवन मात्रा-

125 मिलीग्राम से 250 मिलीग्राम की मात्रा पानी के साथ दिन में 2 बार चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करवाई जाती है ।

वृद्धिवाधिका वटी के फायदे एवं उपयोग-

  • जिन रोगियों में अंड वृद्धि की समस्या होती है । उन्हें इसका सेवन करवाया जाता है । कुछ समय में ही यह समस्या दूर हो जाती है ।
  • अपेंडिसाइटिस में भी इस दवाई का प्रयोग लाभप्रद होता है ।
  • पुरुष के वृषण में हवाई भरने के कारण होने वाली दर्द में राहत दिलाता है ।
  • अंडकोष में जल भरने की समस्या की प्रथम अवस्था में फायदेमंद है परंतु ज्यादा जल भरने पर यह ज्यादा काम नहीं करती है ।

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विशेष सावधानी-

वृद्धिवाधिका वटी बनाने में कुछ औषधियां ऐसी है जिनकी वजह से उल्टी मितली की समस्या हो सकती है । परंतु सही प्रकार से बनाई हुई औषधि में यह समस्या नहीं आती है ।

उल्टी या बेचैनी में अनुमान के रूप में मट्ठे में नमक मिलाकर प्रयोग करना चाहिए ।अथवा नींबू का रस शक्कर में मिलाकर जल के साथ देना चाहिए ।

कब्ज की शिकायत होने पर आरोग्यवर्धिनी वटी के साथ इसका सेवन करवाना चाहिए ।

वृद्धिवाधिका वटी के सेवन के तुरंत बाद में चाय कॉफी और दूध अथवा दूध से बने हुए खाद्य पदार्थ लेने में कम से कम 1 घंटे का अंतराल अवश्य रखना चाहिए ।

कहाँ से ख़रीदे ?

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चेतावनी- इस लेख में दी गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से पूर्व आयुर्वेद विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह आवश्यक है ।

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