सप्तविंशति गुग्गुल के फायदे-यह एक आयुर्वेदिक औषधि है । जिसे टेबलेट के रूप में कई कंपनियां निर्मित करती है । वैसे तो इस औषधि के कई सारे गुण और फायदे हैं । विकृत हुए दोषों ( वात पित्त कफ)को प्राकृत अवस्था में लाने का कार्य करती है । विशेष रूप से पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालकर विभिन्न प्रकार के रोगों को दूर रखने का कार्य करती है । इस औषधि को बनाने में 27 प्रकार की जड़ी बूटियों का प्रयोग किया गया है । अर्श भगंदर शोध खांसी सीने का दर्द पसलियों के दर्द के साथ कई रोगों में फायदा करने वाली औषधि है । आइए जानते हैं और अधिक इसके बारे में।
Table of Contents
सप्तविंशति गुग्गुल के घटक द्रव्य
- त्रिकटु
- त्रिफला
- नागरमोथा
- वायविडंग
- गिलोय
- चित्रकूट
- इलायची
- पीपला मूल
- कसूर
- हाऊबेर
- देवदारू
- पोखर मूल
- चव्य
- तुम्बरू
- इंद्रायण की जड़
- हल्दी
- दारू हरिद्रा
- वीड नमक
- काला नमक
- यवक्षार
- सजिक्षार
- सेंधा नमक
- गज पीपल
- शुद्ध गूगल( औषधियों के वजन से 2 गुना)
बराबर मात्रा में चूर्ण लिया जाता है ।टेबलेट तैयार की जाती है ।
सप्तविंशति गुग्गुल की सेवन मात्रा
250 मिलीग्राम से 500 मिलीग्राम की टेबलेट सुबह शाम भोजन के पश्चात शहद अथवा पानी के साथ दिन में दो से तीन बार चिकित्सक के निर्देशानुसार सेवन करें ।
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सप्तविंशति गुग्गुल के उपयोग एवं फायदे
- वात पित्त कफ तीनों ही दोषों को साम्यावस्था में लाता है ।
- फोड़ा फुंसी एब्सिस ( विद्रधि ) को ठीक करता है ।
- अर्श एवं भगंदर गुदा में पीड़ा के रोगियों को सेवन करवाने से लाभ होता है ।
- पेट के कीड़ों को खत्म करता है ।
- पुराने बुखार और टीबी के रोगियों को फायदा करता है ।
- सभी प्रकार की त्वचा रोगों में प्रयोग करना हितकर होता है ।
- पुराने से पुराने घाव , नाड़ी व्रण , दुष्ट व्रण को ठीक करता है ।
- पसलियों में होने वाला दर्द, कुक्षी प्रदेश में होने वाली दर्द, बस्ती प्रदेश में होने वाला दर्द दूर करता है ।
- श्लीपद रोग मधुमेह रोग के रोगियों को फायदा करता है ।
- आंतो में बनने वाले आम को दूर करता है ।
- पाचन तंत्र को मजबूत करता है । मुख्य रूप से पाचन तंत्र को सही कर उनसे संबंधित होने वाले सभी रोगों को दूर करता है ।
- खांसी ,दमा, सूजन को दूर करता है ।
कहां से खरीदें?
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सावधानी-
चिकित्सक के निर्देशानुसार औषधि का सेवन करें ।
बच्चों की पहुंच से दूर रखें ।
सामान्य कमरे के तापमान पर स्टोर करें ।
चेतावनी- इस लेख में दी गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से पूर्व आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह आवश्यक है ।
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