सर्दी के लड्डू बनाने की विधि

सर्दी के लड्डू बनाने की विधि

सर्दी के लड्डू बनाने की विधि -आयुर्वेद के अनुसार बताया जाता है कि सर्दी की ऋतु आदान काल होता है ।

शरीर को निरोगी और बनाए रखने के लिए आयुर्वेद का अपना अलग महत्व है ।

सर्दी ऋतु में जो भी बने औषधीय अथवा बल्य खाद्य पदार्थों का उपयोग करते हैं तो यह साल भर आपको निरोगीऔर ताकतवर बनाए रखेगा।

भारत में पारंपरिक तौर पर बनाए जाने वाले लड्डू हमें आयुर्वेदिक औषधियों को मिलाकर लेने का भी विधान है ।

चलिए जानते हैं कुछ सर्दी के लड्डू बनाने की विधि

सर्दी के लड्डू बनाने की विधि अश्वगंधा के लड्डू-

बनाने की विधि- 1 किलो गेहूं के आटे में 750ग्राम देसी गाय के घी मे भून ले । इसके बाद इसमें 250 ग्राम अश्वगंधा पाउडर डालकर थोड़ा सा पका ले । 

आँच से उतार कर इसमें 50 ग्राम पिसी हुई काली मिर्च और 1 किलो खांड अच्छी तरह से मिलाकर लड्डू बना ले । सुबह के समय नाश्ते में एक लड्डू ले सकते हैं ।

लाभ– थकावट नाड़ी तंत्र की दिक्कतें तनाव अनिद्रा अल्जाइमर तथा शारीरिक व मानसिक कमजोरियों में यह लाभकारी है । वात रोग की समस्या रहती है उन्हें भी इन लड्डू से लाभ होगा ।

मुसली अश्वगंधा के लड्डू-

विधि– नारियल की गिरी अश्वगंधा बदाम मूसली जावित्री इलाइची लोंग दालचीनी तथा शक्कर को मिलाकर उपरोक्त विधि अनुसार बना लीजिए ।

लाभ– यह लड्डू शरीर को मजबूती देते हैं तनाव को दूर करते हैं तथा साथ ही पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं ।

बाहरी संक्रमण से बचाते हैं तथा साथ ही वात रोग जोड़ों के दर्द कमर दर्द कमजोरी को दूर करते हैं । तंत्रिका तंत्र को मजबूत करते हैं ।

कच्ची हल्दी के लड्डू

हल्दी में कई एंटीसेप्टिक एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं कई शोधों में यह पाया गया है । सर्दी के मौसम में हल्दी खाना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक है ।

हल्दी रक्त को साफ करती है । मौसमी बीमारियों तथा सर्दी जुकाम खांसी और कैंसर में यह फायदेमंद है । गठिया रोग में भी हल्दी का उपयोग किया जाता है ।

लड्डू बनाने की विधि- पालतू ग्राम कच्ची हल्दी को पीसकर पेस्ट बना लें और इसे कढ़ाई में देसी घी के साथ में हल्की आंच पर कम से कम 20 मिनट तक भून ले ।  

400 ग्राम बेसन के आटे को भी फूल ले और अलग-अलग इन्हें रख दे इसके बाद साथ ही कमरकस गोंद को भी इसी तरह घी में भून लें ।इलायची और अन्य सामग्रियां मिक्स करके आप लड्डू बना लीजिए ।

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मेथी दूध के लड्डू-

बनाने की विधि – 750 ग्राम मेथी दाना आधा किलो दूध के अंदर रात भर भिगोकर रखें । दूसरे दिन 1 किलो आटे को 1 किलो देसी घी में भून लें ।

इसके बाद मेथी पेस्ट मिलाकर भूने । 50 ग्राम काली मिर्च 1 किलो शक्कर के साथ लड्डू बना ले ।

मेथी के लड्डू से लाभ-

वात रोग आमवात जोड़ों में सूजन गठिया तथा दर्द में यह लाभदायक है ।

बुजुर्ग यह अच्छा लाभदायक है इसे खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और पेट संबंधित बीमारियां नहीं होती है ।

गोखरू के लड्डू-

बनाने की विधि- 1 किलो गेहूं के आटे में घी में भूने ।

इसके बाद इसमें 200 ग्राम गोखरू का पाउडर जो कि ,आपको बाजार में पंसारी की दुकान से मिल जाएगा ।

इसमें 50 ग्राम काली मिर्च 1 किलो खांड के साथ मिलाकर लड्डू बना ले । नाश्ते के समय एक लड्डू का सेवन करें । और पढ़ें (तिल गुड़ के लड्डू कैसे बनाएं?)

मखाने के लड्डू-

लाभ-यह शरीर को ताकत देने वाला साथ ही पाचन तंत्र को मजबूत करता है ।

 पथरी संबंधित परेशानियां तथा गर्भाशय संबंधी विकारों में यहां लाभ देता है ।

इसके साथ ही यह बुखार में लाभदायक है । त्वचा विकार भी इसका उपयोग किया जाता है ।

बनाने की विधि- 100 ग्राम मखाना ले और इसे देसी घी में हल्की आंच पर भून ले । इसके बाद मे निकालकर मिक्सी में पीस लें ।

एक लड़ाई में एक चम्मच घी डालकर करीब 200 ग्राम मे वो को हल्का भून लें जिसमें बदाम काजू का उपयोग कर सकते हैं । 

200 ग्राम शक्कर मिलाकर लड्डू बांध ले । शक्कर की जगह आप गुड़ का उपयोग भी कर सकते हैं ।

लाभ-शरीर में खून था कैल्शियम की कमी को दूर करता है । यह आयरन कैल्शियम और पोटेशियम का एक अच्छा स्रोत है ।

नियमित रूप से इसे लेने पर बीमारियां तथा कमर दर्द ,जोड़ों का दर्द तथा ब्लड प्रेशर ,स्वसन तंत्र प्रजनन तंत्र और मूत्र संबंधी विकारों में यह लाभदायक है ।

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