अक्सर आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा सिंहनाद गुग्गुल वात रोगों के Patients को लिखी जाती है। इस पोस्ट में हम जानेंगे । कि आखिर इस पर क्या medicine combination है । किस तरह से काम करती है। किन किन diseases में यह काम करती है ? कैसे इसका use किया जाए? इसे use कर दे के बाद किन खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए? और किन खाद्य पदार्थों को use नहीं करना चाहिए?
Table of Contents
सिंहनाद गुग्गुल के घटक द्रव्य Component material of Sinhanad Guggul
- हरीतकी
- विभितकी
- आमलकी
- शुद्ध गंधक purified sulphur
- शोधित गुग्गुलु (गुडूची शोधित)
- एरण्ड तेल Castrol oil
उपयोग
सिंहनाद गुग्गुल का use गठिया सभी प्रकार की वात व्याधियों में। वातरक्त, तथा सभी प्रकार की त्वचागत विकारों skin disease में उपयोग किया जाता है।
मात्रा सेवन विधि अनुपान
2-2 गोली सुबह शाम दिन में 2 से 3 बार। भोजन के बाद दशमूलारिष्ट dashmularist या अमृतारिष्ट amritarist या महारास्नादि क्वाथ या गुनगुने जल से चिकित्सक के निर्देशानुसार।
परहेज
क्या खाएं? (पथ्य)What should we eat?
पुराना चावल कुलथी छाछ एरंड तेल लहसुन परवल करेला बैंगन सहिंजन अदरक।
क्या नही खाये (अपथ्य)
दही, मछली ,गुड़, दूध, उड़द की दाल, दूध के साथ केला विरुद्ध भोजन नहीं करें। भारी भोजन नहीं ग्रहण करें । heavy food avoid करें।