हडजोड के फायदे-जब आपके पैर हाथ या बॉडी में कहीं पर भी फैक्चर होता है ।
तो आपने हड्डी रोग विशेषज्ञ से पट्टा करवाने केबाद । कई प्रकार की दवाइयां हड्डी जोड़ने के लिए सेवन करवाई जाती है । आज हम हड्डी को जोड़ने वाला कैल्शियम और कई खनिज तत्वों से भरपूर प्राकृतिक वनस्पति के बारे में बता रहे हैं । जिसका नाम है हड़जोड़ ।
हड़जोड़ एक लता के रूप में काम करने वाली आयुर्वेदिकऔषधि है ।
अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग नामों से जाने जाने वाली औषधि हड्डी जोड़ने में अत्यंत गुणकारी औषधि है ।
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विभिन्न भाषाओं में हड़जोड़ के नाम
लेटिन भाषा में- Cissus quadrangularis
हिंदी भाषा में- हड़जोड़
संस्कृत भाषा में- अस्थि श्रृंखला, वज्रवल्ली, अस्थि संहारी
अंग्रेजी भाषा में- एडिबल स्टेमड वाइन (Edible stemmed vine)
गुजराती भाषा में- हाड सांकल
हडजोड का पौधा
यह एक आरोहिणी लता है । इसके पर्व होते हैं । कांड हरे रंग का चार कोणों वाला बीच-बीच में पर्व होते हैं । यह एक श्रंखला के समान सांकल के समान (जैसा की चित्र में आप देख सकते हैं) होता है । उसके पत्ते थोड़े ह्रदय आकृति वाले एक से ढाई इंच लंबे होते हैं ।
फूल छोटे सफेद हरे रंग के होते हैं । फल मटर के आकार का लाल रंग का गोल आकार का होता है ।
बीज एक ही होता है । इसके फल सर्दी ऋतु में आते हैं ।
कायिक जनन होने के कारण लता के टुकड़े के पर्व को जमीन में गाड़ कर उगा सकते हो । दक्षिण भारत को उसकी सब्जी बनाकर खाई जाती है ।
हड़जोड़ कहां पर पाया जाता है ?
भारत के गर्म प्रदेशों में अधिक तौर पर पाया जाता है ।
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हड़जोड़ का रासायनिक संगठन
इसमें मुख्य रूप से कैलशियम ऑक्सलेट, फास्फोरस, विटामिन सी,
कार्बोहाइड्रेट, सोडियम पोटैशियम मैग्निशियम, प्रोटीन ,वसा एवं अन्य रासायनिक पदार्थ भी मौजूद होते हैं ।
हड़जोड़ की सेवन मात्रा
ताजा रस- 10 से 20 मिलीलीटर की मात्रा दिन में एक बार आयुर्वेदिक वैद्य चिकित्सक की सलाह पर सेवन करें ।
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हडजोड के फायदे और उपयोग
जैसा कि नाम से आपको पता है हड़जोड़ हड्डियों को जोड़ने के लिए एक अनुपम आयुर्वेदिक औषधि है । कफ और वात का शमन करने वाली होती है । यह पित्त को बढ़ाती है । दीपन पाचन करने वाली और पेट के कीड़ों को मारने वाली होती है ।
खून को साफ करने के साथ खून के थक्के को जमाने में सहायक होती है । हड्डियों के संधान करने में आयुर्वेदिक वैद्य द्वारा इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है ।
हड्डी टूटना, चोट लगने के कारण आने वाली सूजन में इसका लेप किया जाता है । हड़जोड़ का तेल बाजार में मिलता है जिसकी मालिश करने पर हड्डियों में दर्द सूजन कम करता है और संधान जल्दी होता है ।
कान के दर्द में हड़जोड़ के कांड का रस कान में डाला जाता है ।
होने पर नाक में उसका रस डालने से नाक से आने वाला रक्त बंद हो जाता है ।
गठिया रोगियों को भी हड़जोड़ का प्रयोग करने से फायदा होता है ।
हड्डी टूटने पर इसके कांड को कोट पीस कर इसका रस पिलाया जाता है ।
कई आयुर्वेदिक वैद्य एवं चिकित्सकों द्वारा पकोड़े बनाकर सेवन करने ।सब्जी बनाकर सेवन करने की सलाह दी जाती है ।
महिलाओं में होने वाली प्रदर रोग में यह फायदेमंद है । उपदंश फिरंग जैसे रोगों में भी इसका सेवन अत्यंत गुणकारी होता है ।
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नोट- किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का सेवन चिकित्सक की देखरेख में करें ।
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