गंडमाला कन्डन रस Gandmala kandan ras- गंडमाला एक रोग है जो अक्सर बच्चो में देखा जाता है । गले में गांठो की एक श्रृंखला बन जाती है इसलिए इसे गंडमाला कहते है । लसिका ग्रंथियों में दोष के कारण गंडमाला होती है । कुपोषण , अस्वच्छता के कारण और यक्ष्मा रोगियों को होने की सम्भावना रहती है । रोगप्रतिरोधक क्षमता की कमी भी इसका एक कारण है ।
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गंडमाला कन्डन रस के घटक द्रव्य
- शुद्ध पारद
- शुद्ध गंधक
- ताम्र भस्म
- सेंधव नमक
- मंडूर भस्म
- त्रिफला शोधित गुग्गुल
- सोंठ
- काली मिर्च
- पिप्पली
- कांचनार
- गाय का घी (भावना )
सेवन मात्रा व अनुपान
२-२ गोली दिन में २ से ३ बार महासुदर्शन काढ़े अथवा महामंजिष्ठादि काढ़े या गुनगुने पानी से चिकित्सक की सलाह पर ही सेवन करें ।
गंडमाला कन्डन रस के फायदे
पेट की अग्नि (भूख ) बढ़ता है ।
गंडमाला या गलगंड रोग की सबसे अच्छी दवा है ।
गंडमाला कन्डन रस के दुष्प्रभाव
अभी तक किसी दुष्प्रभाव की पुष्टि नहीं है चिकित्सक की सलाह पर ही सेवन करें ।
गंडमाला में सावधानी
क्या करे ?
खाने में हल्का सुपाच्य भोजन लेवे शाली चावल ,जौ,मुंग , परवल , सहजन उपवास करे ,अच्छी नींद ले , सामान्य भ्रमण करे ।
क्या नहीं करे ?
दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थो का सेवन नहीं करें ।
दही ,गन्ने का रस ,मिठाई , खट्टे भोज्य पदार्थ , मीठे व् भरी भोजन नहीं करें ।
बैठे नहीं रहे ।
दिन में शयन नहीं करे ।
गंडमाला कन्डन रस कहाँ से ख़रीदे ?
हर आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध है । ऑनलाइन खरीदने के लिए चित्र देखे ।
चेतावनी – इस लेख में दि गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नही है । किसी भी आयुर्वेदिक दवा के सेवन से पूर्व चिकित्सक की सलाह आवश्यक है ।
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