agnimantha weight loss in hindi अग्निमंथ-(Clerodendrum phlomidis Linn. f)-दोस्तों आज हम जानेंगे अग्नि मंथ के बारे में । अग्नि मंथ एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग की जाने वाली जड़ी बूटी है । प्रकृति ने हमें कई तरह की दवाइयां बिल्कुल फ्री में दी है ।
परंतु हम उनके फायदों के बारे में नहीं जानते । अग्नि मंथ का प्रयोग आज के समय में कई फार्मा कंपनियां वेट लॉस (agnimantha weight loss in hindi)वजन कम करने के लिए प्रयोग में ला रही है । जिसके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं ।
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अग्निमंथ क्या है?
यह एक 25 से 30 फीट का वृक्ष होता है कभी-कभी इसके छोटे वृक्ष भी होते हैं। इसकी शाखाओं पर कांटे होते हैं । इसके फल बैगनी और काले रंग के गोलाकार होते हैं । इसके फूल अप्रैल मई माह में और फल मई जून में लगते हैं ।
अग्निमंथ की जातियां-
- बड़ी अरणी
- छोटी अरणी
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विभिन्न नाम-
लैटिन नाम- Premna mucronata Roxb.
संस्कृत नाम- अग्निमंथ
हिंदी में- अरनी
गुजराती में- अरणी
अग्नि मंथ के वृक्ष कहां पाए जाते हैं?
उत्तरप्रदेश बंगाल बिहार गंगा की आसपास के मैदानी भागों में पाए जाते हैं ।
आयुर्वेद के अनुसार गुण-
गुण- लघु और रुक्ष
रस- तिक्त कटु कषाय मधुर
विपाक – कटु
वीर्य – उष्ण
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आयुर्वेद के अनुसार अग्निमंथ का उपयोग-
- यह कफ नाशक होता है ।
- दर्द एवं सूजन को कम करने वाला होता है ।
- पाचन संस्थान के लिए विशेष उपयोगी होता है । पाचन की चयापचय क्रियाओं में सुधार लाता है।
- रक्त को साफ करने वाला होता है ।
- त्वचा रोगों को दूर करता है ।
- शरीर पर जमी हुई अनावश्यक वसा को दूर करता है ।
- भोजन की कमी अपना भोजन के पाचन संबंधित समस्याओं को दूर करता है ।
- मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है । क्योंकि शुगर लेवल को कंट्रोल करता है ।
- कब्जी को दूर करता है ।पेट के किडे दूर करता है ।
- स्वसन तंत्र से जुड़ी रोग खांसी जुकाम दमे की समस्या को दूर करता है ।
- वसामेह ,पुयमेह सुजाक उपदंश में अत्यंत गुणकारी औषधि है ।
- तिल्ली उठना, शीतपित्त रोग में अग्निमंथ की मूल को कूटकर सेवन करवाया जाता है ।
- बुखार के बाद होने वाली दुर्बलता, पीलिया होने पर इस के पत्तों का रस निकालकर अथवा छाल को उबालकर पिलाने से फायदा होता है ।
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सेवन मात्रा-
चूर्ण( पाउडर)-1 ग्राम से 3 ग्राम की मात्रा
पत्तों का रस- मीटर से 20 मिलीलीटर की मात्रा
छाल का काढ़ा- 50 मिलीलीटर से 100 मिलीलीटर की मात्रा
दुष्प्रभाव-
कोई दुष्प्रभाव नहीं है । परंतु सेवन से पूर्व विशेषज्ञ की सलाह अवश्य ले ।
विशेषकर गर्भवती महिलाएं एवं बच्चों को सेवन करवाने से पूर्व सावधानी रखें ।
अग्निमंथ घटक द्रव्य के साथ में आयुर्वेदिक औषधियों के नाम
दशमूलारिष्ट,
sunslim कैप्सूल
अग्नि मंथ कषाय
सावधानी-
किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से पूर्व आयुर्वेद विशेषज्ञ सलाह अवश्य लें ।
चेतावनी- इस लेख में दी गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से पूर्व आयुर्वेद चिकित्सक से सलाह ले ।