बोल पर्पटी के फायदे –बोल पर्पटी एक पारंपरिक आयुर्वेदिक दवा है, जो हर्बल और खनिज तत्वों से बनाई जाती है। इसे खासतौर पर अत्यधिक मासिक धर्म (मेनोरेजिया), अनियमित गर्भाशय रक्तस्राव (मेट्रोरेजिया) और अन्य रक्तस्राव विकारों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
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बोल पर्पटी के फायदे
- यह मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद करती है।
- रक्तस्राव विकारों जैसे बवासीर, नाक से खून आना और अन्य प्रकार के आंतरिक रक्तस्राव में फायदेमंद है।
- यह शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाती है और कमजोरी को दूर करने में सहायक होती है।
संयोजन और निर्माण विधि
बोल पर्पटी को निम्नलिखित आयुर्वेदिक तत्वों से तैयार किया जाता है:
- शुद्ध गंधक (10 ग्राम) – शरीर को शुद्ध करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक।
- शुद्ध पारद (10 ग्राम) – औषधीय गुणों से भरपूर, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाला।
- बोल (Commiphora myrrha) (20 ग्राम) – प्राकृतिक रक्तशोधक और रक्तस्राव को रोकने में मददगार।
इस मिश्रण को पहले अच्छी तरह मिलाया जाता है, फिर गर्म किया जाता है। जब यह तरल रूप में आ जाता है, तो इसे ठंडा कर समतल सतह पर फैलाकर पर्पटी बनाई जाती है।
खुराक और सेवन का तरीका
- 125 से 250 मिलीग्राम मात्रा में दिन में एक या दो बार सेवन किया जा सकता है।
- इसे भोजन से पहले या बाद में लिया जा सकता है।
- पारंपरिक रूप से इसे शहद या चीनी के साथ सेवन किया जाता है।
- सही खुराक के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है।
सावधानियाँ और संभावित दुष्प्रभाव
- इस दवा को बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को नहीं लेना चाहिए।
- इसे केवल चिकित्सकीय निगरानी में ही सेवन करें।
- अधिक मात्रा में सेवन करने से हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं।
- अगर कोई एलर्जी, पेट दर्द, उल्टी, चक्कर या कोई अन्य असहजता महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
महत्वपूर्ण सूचना (Disclaimer)
यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई है। यह किसी भी प्रकार से चिकित्सा सलाह, निदान या इलाज का विकल्प नहीं है। किसी भी आयुर्वेदिक दवा को लेने से पहले योग्य चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है। इस जानकारी का गलत उपयोग करने से होने वाले किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी लेखक या इस वेबसाइट की नहीं होगी।
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