धन्वंतरि भारंग्यादि कषाय (Dhanvantri bharangyadi kashay) खांसी और अस्थमा के लिए असरदार आयुर्वेदिक दवा -आजकल की व्यस्त जीवनशैली में हम अपने श्वसन स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। प्रदूषण, बदलते मौसम, और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली की वजह से अक्सर लोगों को खांसी और अस्थमा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अगर आपको इस तरह की समस्या के लिए एक आयुर्वेदिक दवा खोज रहे है , तो धन्वंतरि भारंग्यादि कषाय आपके लिए एक अच्छी और दुष्प्रभाव रहित आयुर्वेदिक औषधी है।
भारंग्यादि कषाय एक पूरी तरह आयुर्वेदिक उत्पाद है जो प्राचीन आयुर्वेदिक सिद्धांतों का पालन करते हुए बनाया गया है। इसमें चुनी हुई जड़ी-बूटियों का सही मिश्रण है जो खांसी और अस्थमा जैसी समस्याओं को दूर करता है।
Table of Contents
धन्वंतरि भारंग्यादि कषाय के लाभ: –
खांसी और गले की जलन को कम करें: भारंगी और हरीतकी जैसे प्राकृतिक तत्व गले को शांत करते हैं और खांसी को कम करते हैं।
अस्थमा के लक्षण दूर करें: वासा और पुष्करमूल जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां ब्रोंकोडायलेटर का काम करती है जो सांस लेने की तखलीफ़ में आराम पहुचती हैं।
मुख्य घटक:-
हर 10 मिलीलीटर धन्वंतरी भारंग्यादि कषाय में आपको जड़ी-बूटियों का एक शक्तिशाली मिश्रण मिलता है जो आयुर्वेदिक दवा को इतना प्रभावी बनाता है।
भारंगी – श्वसन अवरोध को कम करता है और ब्रोंकाइटिस और अस्थमा के लक्षणों को कम करता है।
हरितकी – ये एक शक्तिशाली जड़ी बूटी है जो श्वसन स्वास्थ्य और इम्युनिटी को बढ़ावा देती है।
वासा – ये अस्थमा के लिए एक पारंपरिक जड़ी बूटी है जो सांस लेने की समस्य को दूर करता है ।
शुंठी – सोंठ की प्रकर्ति उष्ण होने से जमे हुए बलगम को तोड़ता है।
- कालीमिर्च और पाइपर – ये जड़ी-बूटियाँ प्राकृतिक सूजन-रोधी गुण रखती हैं और सांस लेने में आ रही समस्या को दूर करते है ।
मात्रा और उपयोग:
5 से 10 एमएल पानी के साथ, दिन में दो बार या फिर जैसे आपके चिकित्सक ने सलाह के अनुसार ।
व्यक्तिगत खुराक के लिए अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है, खास अगर आप किसी और स्वास्थ्य स्थिति के लिए दवाएं ले रहे हैं।
भंडारण कैसे करें :-
ठंडा, साफ-सुथरा और सूखी जगह पर स्टोर करें।
सीधी गर्मी और धूप से दूर रखें।
इस्तेमाल करने के बाद धक्कन को टाइट बंद करना ना भूलें।
सावधानी: ये उत्पाद केवल चिकित्सा पर्यवेक्षण में लेना चाहिए।
निर्धारित मात्रा का पालन करना जरूरी है, अगर आप पहले से ही कोई दूसरी दवा ले रहे हैं।
सारांश
अगर आप बार-बार वाली खांसी या अस्थमा से परेशान हैं और एक आयुर्वेदिक समाधान ढूंढ रहे हैं,
तो धन्वंतरि भारंग्यादि कषाय आपके लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय हो सकता है।
32 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का ये मिश्रण एक समग्र तरीके से श्वसन स्वास्थ्य में सुधार करता है और इसके उपयोग से आप अपनी खांसी और अस्थमा की समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं।
अस्वीकरण – इस लेख का उद्देश्य शेक्षिक है ।
किसी भी आयुर्वेदिक दवा का परामर्श विकल्प नहीं है । चिकित्सक के निर्देशानुसार उपयोग करें ।