डॉ. दिलीप सामलिया द्वारा किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) के आयुर्वेदिक उपचार की जानकारी

डॉ. दिलीप सामलिया द्वारा किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) के आयुर्वेदिक उपचार की जानकारी

डॉ. दिलीप सामलिया -किडनी स्टोन, जिसे आयुर्वेद में अश्मरी कहा जाता है, एक सामान्य लेकिन कष्टकारी स्वास्थ्य समस्या है जो गुर्दे और मूत्र मार्ग में पथरी के रूप में विकसित होती है। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से, पथरी के निर्माण की प्रक्रिया और इसके उपचार पर गहन ध्यान दिया गया है। आयुर्वेद का यह दृष्टिकोण न केवल पथरी को प्राकृतिक रूप से निकालने में मदद करता है, बल्कि इसके कारणों को समझकर उन्हें दूर करने पर भी जोर देता है।

आयुर्वेद में किडनी स्टोन के इलाज के लिए विशेष जड़ी-बूटियाँ और घरेलू उपाय सुझाए गए हैं, जो शरीर के विषाक्त पदार्थों को निकालने, पथरी को तोड़ने, और मूत्र प्रणाली को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं। इसके साथ ही, उचित आहार और जीवनशैली को अपनाने पर भी जोर दिया जाता है ताकि पथरी के पुनरावृत्ति की संभावना कम हो सके।

किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) क्या है?

किडनी स्टोन या गुर्दे की पथरी (Kidney Stone) को नेफ्रोलिथियासिस (Nephrolithiasis) या युरोलीथियासिस (Urolithiasis) भी कहा जाता है। गुर्दे की पथरी एक क्रीष्टलीय खनिज पदार्थ है जो गुर्दे (kidney), मुत्रपथ (bladder),ureter,urethraऔर मूत्र मार्ग में कहीं भी हो सकता है। ये पत्थर (calculi) आमतौर पर छोटे होते हैं,

लेकिन बड़े आकार के पत्थर भी हो सकते हैं, जिनकी size 1mm से 20 mm तक हो सकती हैं, जिससे असहनीय पीड़ा होती हैं । आयुर्वेद मे पथरी (calculi) को अश्मरी कहा जाता है ।
वात दोष मूत्राशय मे आये हुए शुक्र सहित मूत्र को या पित्त के साथ कफ को सुखा देता हैं..!

किडनी स्टोन के प्रकार

किडनी स्टोन मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं:

Calcium Stone (कैल्शियम स्टोन):
A – कैल्शियम ऑक्सलेट (Calcium Oxalate)- यह समय रूप से अधिक लोगो में पाई जाने वाली पथरी है ।
B – कैल्शियम फॉस्फेट (Calcium Phosphate)

यूरिक एसिड स्टोन (Uric Acid Stone)

स्ट्रूवाइट स्टोन (Struvite Stone)

सिस्टीन स्टोन (Cystine Stone)

कारण (Causes of Kidney Stone)

गुर्दे की पथरी किन कारणों से होती है ?

  • पर्याप्त तरल पदार्थ/कम मात्रा में पानी पीना (Dehydration)
  • फ्लोराइड (Fluoride) युक्त पानी पीना
  • मूत्र मे calcium का उच्च स्तर, मोटापा, मिट्टी युक्त पानी पीना
  • यूरिन मे मौजूद केमिकल (chemical), यूरिक एसिड, फास्फोरस, Oxalic Acid आदि मिलकर पथरी बनाते है..
  • शरीर में मिनरल की कमी
  • विटामिन D की अधिकता
  • ऑक्सलेट युक्त आहार का अधिक सेवन
  • जंक फूड का सेवन करने से पथरी का निर्माण होता है….!

लक्षण (Symptoms of Kidney Stone)

  • पीठ के निचले हिस्से तेज (असहनीय) दर्द,पेट में दर्द और ऐंठन
  • जी मिचलाना और उल्टी आना
  • मूत्र मे रक्त का आना
  • बार बार रुक रुक कर पेशाब आना एवं मूत्र त्याग मे दर्द
  • दुर्गंधयुक्त पेशाब
  • बुखार और पसीना आना

रोकथाम के उपाय (Prevention of Kidney Stone)

किडनी स्टोन से बचाव के लिए निम्न आहार जीवन शेली अपनानी चाहिए
• ऐसे व्यक्ति जो कैल्शियम ऑक्सलेट युक्त गुर्दे की पथरी से पीड़ित है उन्हे ऑक्सेलेट से भरपूर आहार नही लेना चाहिए जैसे:- मूंगफली, पालक, चुकंदर, शीशम के बीज, चोकलेट, जिमीकंद (sweet potato) etc. का सेवन नही करना चाहिए

  • प्रोटीन की अधिकता से बचें
  • खूब पानी पिएं, प्रति दिन कम से कम 3 Liter पानी पिए
  • सोडियम का सेवन कम करें, जंक फूड, डिब्बा बंद खाना और नमक का अधिक सेवन न करे…!
  • टमाटर के बीज, बैंगन के बीज भिंडी के बीज, कच्चा चावल, उड़द और चने के अधिक सेवन से पथरी (stone) की समस्या बढ़ जाती है। अत: इनका सेवन कम करे…!
  • cold drink का सेवन न करे, उसमे मौजूद फॉस्फोरस stone की समस्या को बढा देता हैं…

गुर्दे की पथरी निकालने के लिए घरेलू उपाय:

नींबू और जैतून का तेल (Lemon and Olive Oil Mixture)

4 चम्मच नींबू का रस और जैतून का तेल समान मात्रा में मिलाकर सेवन करने से पथरी आसानी से निकल जाती है।

बैल पत्र :-

2-3 बैल पत्र और 2-3 कालि मिर्च पानी के साथ पीसकर प्रति दिन सेवन करने से पथरी( calculi) निकल जाती हैं।

सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)

सेब के सिरके मे क्षारीय गुण होता है।एक गिलास पानी में दो चम्मच सेब का सिरका मिलाकर दिन में दो बार पीने से पथरी में राहत मिलती है।

कुल्थी के बीज :-

कुल्थी के बीजो मे मूत्रवर्धक गुण होता है इसके बीजो को काढ़े के रूप मे और रात भर पानी मे भिगोकर सुबह इसका पानी पीने से पथरी घुलकर मूत्र के साथ बाहर निकल जाती है ।

तरबुज का सेवन :-

तरबुज मे पोटैशियम होता है, इसके रस मे 1/4 चौथाई चम्मच धनिया डालकर प्रति दिन सेवन करने से पथरी बाहर निकल जाती हैं।

अनार का सेवन :-

अनार मे उपस्थित पोटैशियम मिनरल क्रिस्टल्स को बनने से रोकता है क्षारीय गुण के कारण प्रतिदिन इसका ज्यूस पीने से पथरी बाहर निकल जाती है।

चौलाई :–

चोलाई की सब्जी गुर्दे की पथरी को गलाने मे बहुत लाभ कारी है।

पानी का अधिक सेवन

दिनभर में 7-8 गिलास पानी पीने से पथरी का निर्माण नहीं होता।

पथरी की आयुर्वेदिक चिकित्सा –

(लगभग 1mm से 12mm तक का किडनी स्टोन निम्न औषधियों के र सेवन से बाहर निकल जाता है) ।

पाषाणभेद (Pashanbhed)

पाषाणभेद हिमालय में पायी जाने वाली एक सुनहरी जड़ी बूटी है, इसके रिजोहोम्स (भूमिगत तने जिसमे जड़े बाहर निकलती हैं) का उपयोग किया जाता हैं। रिजोहोम्स लिथोट्रिप्टिक कार्य करता है जिसमे यूरिक एसिड, kidney stone, कंकड़ घुल जाते है, यह मूत्र वर्धक होता है… – जो गुर्दे की पथरी को तोड़ने और निकालने में मदद करती है।

गोक्षुर (Gokshura) :

गोक्षुर मे मूत्रवर्धक, लिथोट्रिप्टिक, और दर्द निवारक गुण होते हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थो को निकालने पेशाब के दोरान हो रहे दर्द,मूत्र मे खून आना और kidney stone से राहत दिलाने मे बहुत उत्तम माना जाता हैं यह जड़ी बूटी पथरी के कारण होने वाले दर्द और सूजन को कम करती है।गोक्षुरदि गुग्गुल एकआयुर्वेदिक दवा है । गोक्षुरादी गुग्गुल् Tab….. :– गोक्षुर ,गुग्गुल, त्रिफला,त्रिकटु, मुस्तक (nut grass) का मिश्रण होता है…।

पत्थर चट्टा :–

औषधीय गुणों से भरपूर पत्थर चट्टा के 2-3 पत्ते प्रतिदिन सेवन करने से पथरी घुलकर निकल जाती हैं

पुनर्नवा (Punarnava):

पुनर्नवा+ कचूर+ अदरक की समान मात्रा मिलाकर रोगी को प्रतिदिन खिलाने से पथरी घुलकर निकल जाती हैं

यवक्षार :-

यह जौं का क्षारीय रूप होता है इसमें (kcl+pso4+pco3+phco3) का मिश्रण है जो सभी अल्केलाइजर होते हैं जो पथरी को छोटे छोटे टुकड़ों में तोड़कर बाहर निकाल देते है

वरुण मूल त्वक क्वाथ (Varuna):

ये वरुण के तीन पत्तो का अंतरिव् और शिग्रु मूल ( मोरिंगा) का क्वाथ है। यह मुत्रवर्धक एवं लिथोट्रिप्टिक होता है पानी के साथ पीने से पथरी घुलकर बाहर निकल जाती हैं।

त्रिविक्रम रस :–

(ताम्र+पारद+गंधक) का मिश्रण होता है मुत्रवर्धक एवम लिथोट्रिप्टिक होने के कारण पथरी को घोलकर बाहर निकाल देता है

Tb चंद्रप्रभा वटी , श्वेत पर्पटी

टेबलेट & Syrup cystone

srp Neeri इत्यादि का उपयोग भी किया जाता हैं

शस्त्र कर्म (surgery) :–

12 mm से ज्यादा बड़ी पथरी को surgery के माध्यम से बाहर निकला जाता है

यदि पथरी की समस्या गंभीर हो जाए तो चिकित्सक से परामर्श अवश्य लेवे।
विशेषज्ञ:

डॉ दिलीप सामलिया

B.A.M.S

वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी

राजकीय आयुर्वेद औषधालय काया उदयपुर

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