स्त्रियों के मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए गायनारिम सीरप एक प्रभावी आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। मासिक धर्म की अनियमितता, गर्भाशय की समस्याओं और अन्य स्त्रीरोग संबंधी विकारों के लिए यह औषधि लाभकारी मानी जाती है।
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गायनारिम सीरप के घटक (Ingredients of Gynarim Syrup):
गायनारिम सीरप विभिन्न शक्तिशाली जड़ी-बूटियों से तैयार किया गया है, जिनके लाभकारी गुण निम्नलिखित हैं:
- अशोक
- ग्वारपाठा
- पुनर्नवा
- लोध्र
- मजीठ
- नागकेसर
- शतावरी
- दशमूल
- भृंगराज
- चंदन
- अनंतमूल
- नागरमोथ
- अनारबीज
- बिल्व गर्भ
- खैरछाल
- उदुम्बर छाल
- आमलकी
- बोरसल्ली छाल
- वासा (अडूसा)
- स्वादिष्ट आधार द्रव्य
ये सभी घटक औषधीय गुणों से भरपूर हैं और स्त्रियों के शारीरिक और मासिक धर्म संबंधी विकारों के इलाज में सहायक होते हैं।
गायनारिम सीरप के उपयोग (Gynarim Syrup Uses in Hindi)
गायनारिम सीरप निम्नलिखित समस्याओं के इलाज में उपयोगी है:
- अत्यधिक मासिक स्त्राव (अत्यार्तव)
- दर्द के साथ माहवारी
- गर्भाशय में सूजन
- बडी आंतों का आमज प्रदाह (Amoebic Colitis)
- बीजाशय (ovary) की रसौली
- रक्तप्रदर (रेड डिस्चार्ज)
- श्वेतप्रदर (वाइट डिस्चार्ज)
- योनि प्रदेश में संक्रमण
सेवन मात्रा (Gynarim Syrup Dose)
गायनारिम सीरप की सही खुराक के लिए डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है। सामान्यतः 2 चम्मच दिन में तीन बार इसका सेवन किया जा सकता है, लेकिन चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही इसका उपयोग करें।
कहाँ से खरीदें? (Where to Buy?)
गायनारिम सीरप आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर्स पर 200 मि.ली. और 450 मि.ली. की पैकिंग में उपलब्ध है। इसके अलावा, यह टेबलेट फॉर्म में भी आसानी से मिल सकता है।
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नोट: किसी भी प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि का सेवन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आपके शरीर के लिए यह सुरक्षित और उपयुक्त है।