सांडू वासा सिरप sandu-vasa-syrup : सर्दी-खांसी होगी छुमंतर

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sandu-vasa-syrup सर्दी-खांसी का मौसम आते ही घर-घर में एक ही चिंता होती है—कैसे जल्दी से राहत मिले? यदि आप भी इस समय खासे परेशान हैं और प्राकृतिक उपायों की तलाश में हैं, तो “सांडू वासा सिरप” आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह सिरप न केवल आयुर्वेदिक सिद्धांतों पर आधारित है, बल्कि इसके घटक भी पूर्णतया प्राकृतिक हैं, जो आपकी खांसी और सर्दी को दूर करने में मददगार साबित हो सकते हैं।

सांडू वासा सिरप के घटक

सांडू वासा सिरप sandu-vasa-syrupमें कई महत्वपूर्ण घटक शामिल होते हैं जो इसे खास बनाते हैं:

  • वासा : यह तत्व कफ को पतला करने और श्वास नली को साफ करने में मदद करता है।
  • पिपली: कफ और बलगम को बाहर निकालने में सहायक होता है।
  • शुंठी: गले की खराश को कम करता है और पाचन को दुरुस्त करता है।
  • यष्टि मधु: गले को सुकून देने के साथ-साथ खांसी की तकलीफ को कम करता है।
  • तुलसी: इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण श्वास नली की सूजन को घटाते हैं।
  • बहेड़ा: श्वास प्रणाली को स्वस्थ रखने में योगदान देता है।
  • टंकण भस्म: शरीर की ताकत बढ़ाने और इम्यूनिटी को सुदृढ़ बनाने में सहायक होता है।
  • लवंग: इसकी गर्म तासीर गले की जलन को कम करती है।
  • शर्करा: इसका मीठा स्वाद सिरप को पीने में आसान बनाता है और इसकी प्रभावशीलता बढ़ाता है।

सांडू वासा सिरप sandu-vasa-syrup के लाभ: आपकी स्वास्थ्य संजीवनी

  • कफ को पतला करना: यह सिरप कफ को पतला कर बाहर निकालता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है।
  • गले की खराश में राहत: गले में सूजन और खराश को कम करता है।
  • श्वास नली की जलन को कम करना: इससे श्वास नली की जलन और असुविधा में राहत मिलती है।
  • ब्रोंकोडाइलेटर का काम: यह श्वास नली को खोलता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है।
  • सर्दी और खांसी में लाभदायक: सर्दी, खांसी और सांस फूलने जैसी समस्याओं में यह सिरप अत्यंत लाभकारी है।

सेवन की मात्रा: sandu-vasa-syrup

सांडू वासा सिरप sandu-vasa-syrup का सेवन करने की सही मात्रा इस प्रकार है:

  • बच्चों के लिए: आधा चम्मच, दिन में तीन से चार बार।
  • वयस्कों के लिए: तीन चम्मच, दिन में तीन से चार बार।

इससे पहले कि आप इसका सेवन शुरू करें, अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर या हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।

अन्य आयुर्वेदिक विकल्प: आपके स्वास्थ्य के साथी

अगर आप सांडू वासा सिरप के साथ अन्य आयुर्वेदिक दवाइयाँ भी प्रयोग में लाना चाहते हैं, तो सितोपलादि चूर्ण, द्राक्ष अरिष्ट, कुमारी आसव, कनकासव, सोमासव, और खादिरादि गुटी आपके लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं।

आयुर्वेदिक उपायों के साथ अपने स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाएं और सर्दी-खांसी को मात दें। सांडू वासा सिरप के साथ आप न केवल अपने शरीर को आराम देंगे, बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली की ओर भी कदम बढ़ाएंगे।

स्वस्थ रहें, खुश रहें!

यह जानकारी केवल शेक्षिक उद्देश्यों के लिए है । चिकित्सा परामर्श नहीं है । चिकित्सक की देख रेख में प्रयोग करे ।

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