आर ए फैक्टर क्या है ? [RA FECTOR] इंसान की जिंदगी में किसी न किसी तरह की परेशानी होना एक आम बात है हम में से कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने पारिवारिक शारीरिक या व्यवसायिक संबंधित समस्याओं का सामना किया होगा आज हम खासतौर से एक ऐसी शारीरिक समस्या से आपको परिचित कराएंगे जिसके बारे में आपने शायद पहले कभी नहीं सुना होगा ” RA FECTOR ” एक प्रोटीन है जो रेड ब्लड सेल्स की सतह पर मौजूद होता है । जिसे आयुर्वेद आमवात कहते है ।
जो हमारे शरीर में इम्यूनिटी सिस्टम द्वारा बनता है यह प्रोटीन सामान्यतः व्यक्तियों में नहीं पाया जाता है ऐसा कम ही होता है कि यहां किसी ऐसे व्यक्ति में हो जिसे किसी प्रकार की ऑटोइम्यून की बीमारी याअर्थराइटिस ना हो अर्थात हम कह सकते हैं कि यह प्रोटीन RHEUMATOID Arthritis या ऑटोइम्यून बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति में ही पाया जाता है
साथ ही और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी जानेंगे इसलिए आशा करता हूं कि आप इस पोस्ट को ध्यान से पड़ेंगे और समझेंगे
आर ए फैक्टर क्या है पूरा नाम
R=रूमेटॉयड
A=अर्थराइटिस
यह एक ऐसी बीमारी है जो जोड़ों में दर्द सूजन और जकड़न का कारण बनती है एक्सपोर्ट के अनुसार यह एक ऑटोइम्यूनडिजिज है जिसमें शरीर की इम्युनिटी स्वच्छ कोशिकाओं को ही नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है
Table of Contents
आर ए फैक्टर नार्मल रेंज क्या है
मान सामान्य 15 IU/ML सेकम टिटर, सामान्य 1:80 से (1से80)
आर ए फैक्टर को कैसे कम करें ?
आर ए फैक्टर से पीड़ित व्यक्ति के लिए कोई विशिष्ट आहार प्रतिबंध नहीं है इसके अलावा आप किसी डायटिशियन की सलाह ले सकते हैं इस बीमारी के दौरान मरीजों को कम प्रभाव वाले व्यायाम और एरोबिक करने की सलाह दी जाती है
आर ए फैक्टर क्या है
कुछ जीवाणु में मौजूद जीनो का एक समूह जो एंटीबायोटिक दवाइयों के प्रतिरोध के लिए एक आधार प्रदान करता है और संयुम्मन दाराकोशिका से कोशिकाओ में स्थानांतरित किया जा सकता है
आर ए फैक्टर टेस्ट नेगेटिव पॉजिटिव का क्या मतलब है ?
नेगेटिव
एक कम संख्या और नकारात्मक परिणाम का अक्सर मतलब हो ता है कि आपको रूमेटॉयडआर्थराइटिसया सोनोग्रेन सिंड्रोमनही हैहालांकिकुछलोगजीनकी येस्थितियांहै उनमें अभी भी नकारात्मक या निम्न आर ए फैक्टर है विभिन्न प्रयोगशालाओं में सामान्य मूल्य सीमाएं थोड़ी भिन्न हो सकती हैं
पॉजिटिव
आर ए फैक्टर तब होता है जब प्रतिरक्षा प्रणाली जोड़ों की परत पर हमला करती है और उससे दर्द सूजन और कठोरता हो सकती है हालांकि यह अंगों नरमउत्तको को भी प्रभावित कर सकता है और थकान और फ्लू जैसे लक्षणों जैसे व्यापक लक्षणों का कारण बन सकता है
आरएफ फैक्टर के लक्षण
- थकान होना
- जोड़ों में दर्द
- पीठ व मांसपेशियों में दर्द
- चलने फिरने में परेशानी होना
- उंगली में गांठ या सूजन की उपस्थिति
- जोड़ों में अकड़ना
आर ए फैक्टर के लक्षण बुखार आना थकान का महसूस होना तथा वजन का कम होना साथ ही में भूख ना लगना सीने में दर्द जोड़ों में लालपन आदि
आर ए फैक्टर टेस्ट इलाज
आर ए फैक्टर का इलाज कई प्रकार से होता है हम इसमें आराम पहचाने वाली दवाइयां व्यायाम सर्जरी आदि करवा सकते हैं या कर सकते हैं आइए पहले हम कुछ दवाइयों की बात कर लेते हैं जो उपयोगी हो
पेनकलर्स
- नॉन-स्टेराइडल एंटी इक्लेमेटरीड्रग्स
- डिजीज मांमाडीफाइंग एंटी रूमेटिकड्रग्स
- स्टेराइड्स
घरेलु उपाय –
अदरक का प्रयोग
लहसुन का प्रयोग
अश्वगंधा चूर्ण का प्रयोग 2 ग्राम चूर्ण गरम पानी से सेवन करें ।
कुछ अन्य उपयोग
- बर्फ या गर्म सेक के जरिए भी आपको सूजन और दर्द में आराम मिल सकता है ।
- मछली चिया सीड्स फ्लेक्स सीड्स अखरोट ।
- कुछ विटामिन जैसे विटामिन सी और इ बी सूजन कम करने में मदद कर सकते हैं ।
- फाइबर युक्त आहार ताजे फल ताजी सब्जियां और साबुत अनाज का भी सेवन करें ।
अधिक जानकारी के लिए आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह आवश्यक है ।
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