पुनर्नवा के फायदे

पुनर्नवा के फायदे

पुनर्नवा के फायदे-पीलिया की उत्तम दावा

लैटिन नाम Boerhavia diffusa

अंग्रेजी नाम- Spreading Hogweed

संस्कृत नाम- पुनर्नवा

हिंदी नाम- पुनर्नवा साठी

पुनर्नवा अर्थ फिर से नया होना renewपुनर्नवा punarnava आयुर्वेद में एक औषधि medicine के साथ अलग पहचान बनाए हुए हैं। पुनर्नवा भारत में सर्वत्र लगभग पाया जाता है क्योंकि या एक छोटा पौधा small plants है । जो 2 से 3 मीटर ऊंचा होता है। और वर्षा ऋतु में अधिक उगता है।

पुनर्नवा के फायदे औषधीय उपयोग medical use –

पुनर्नवा के फायदे पीलिया jaundice मे-

पीलिया रोग की यह अचूक और चमत्कारी औषधि है जो कि लगातार आयुर्वेद में पीलिया jaundice यानी कि रक्ताल्पता जौंडिस मैं उपयोग की जाती है।

लीवर liver यानी यकृत के सभी प्रकार के रोगों के लिए इस औषधि medicine के जड़ root के रस extract का उपयोग use किया जाता है।

एक अनुभूत प्रयोग- jaundice पीलिया के रोग में पुनर्नवा की पंचांग को उबालकर दिन में 3 बार 3 दिन तक लेने से पीलिया खत्म हो जाता है।

नोट0-किसी भी प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि Ayurveda medicine का उपयोग करने से पूर्व आयुर्वेद चिकित्सक Ayurveda medical officer सलाह (Advice) जरूर ले ।

पुनर्नवा के फायदे पीलिया की माला-

एक बार आप ने ग्रामीण क्षेत्रों में यह देखा होगा कि पीलिया रोग jaundice को झाड़-फूंक द्वारा तथा माला के द्वारा उतारा जाता है।

यह माला पुनर्नवा की जड़ root of punarnava की होती है जिसे रोगी patients को बनाया जाता है जैसे जैसे यह माला सूखने dryness लगती है वैसे वैसे पीलिया jaundice कम होता चला जाता है।

ऐसा प्रयोग ग्रामीण in villages क्षेत्रों में किया जाता है।

वास्तव में यह पुनर्नवा की जड़ punarnava root होती है जिसे कई बार माला देने वाले लोग भी नहीं जानते कि इससे औषधि का नाम क्या है।

पुनर्नवा मूल का काढ़ा boiled medicine बनाकर भी पीलिया jaundice में बहुत ही उत्तम है।

कमजोरी weakness में पुनर्नवा के फायदे

इस औषधि medicine का उपयोग use मुख्यतः पीलिया jaundice में किया जाता है!

इसके साथ ही कमजोरी weakness जिनमें बल की कमी है शक्ति की कमी है लोगों को भी यह औषधि medicine बहुत ही अच्छा लाभ benefited पहुंचाती है।

कई बार खाने के बाद after food शरीर में अन्न न लगना यानी कि शरीर पुष्ट muscular body ना होना !

इस तरह की समस्या आप अपने घर और आसपास जरूर देखते होंगे।

पुनर्नवा की जड़ punarnava root को छाया में सुखाकर उसका पाउडर बना ले

मिश्री बराबर मात्रा में मिला है

अश्वगंधा चूर्ण ashwagandha बराबर मात्रा में मिला है

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इन तीनों औषधियों mix three medicine को एक चम्मच सुबह शाम दूध के साथ लेने पर शरीर बलशाली और शक्तिशाली powerful हो जाएगा।

प्रदर रोगों में पुनर्नवा के फायदे

आजकल की समय में प्रदर रोग श्वेत प्रदर white discharge रक्त प्रदर red discharge के रोगियों की संख्या अत्यधिक हो गई है।

पुनर्नवा मूल punarnava root का पाउडर

मिश्री बराबर मात्रा में

अश्वगंधा चूर्ण ashwgandha बराबर मात्रा में

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सुबह शाम दूध milk के साथ लेने के बाद धीरे धीरे प्रदर रोग खत्म हो जाएगा।

महिलाओं के लिए { for womens} शक्तिवर्धक stamina booster और प्रदर नाशक है।

सूजन swelling में पुनर्नवा का उपयोग

सुजन swelling में भी पुनर्नवा के पंचांग { all farts of punarnava plant} का काढ़ा

boiled medicine सुबह-शाम पीने के बाद धीरे धीरे आघात से आई हुई

सूजन swelling खत्म हो जाती है । पुनर्नवा वात pain तथा सूजन swelling को कम करने वाला है।

पुराने बुखार में पुनर्नवा का उपयोग-

आयुर्वेद चिकित्सकों Ayurveda medical officer द्वारा तथा आचार्य द्वारा पुराने बुखार में punarnava का उपयोग किया जाता है जिसमें

पुनर्नवा की जड़ punarnava root

तुलसी के पत्ते tulsi leaf तथा गिलोय Giloy

इन तीनों औषधियों को मिलाकर का काढ़ा boiled water three medicine बनाकर पिलाया जाता है।

जिससे पुराने से पुराना ज्वर fever भी खत्म हो जाता है।

खांसी में पुपुनर्नवा का उपयोग-

बदलते मौसम की खासी seasonal cough हो या किसी बीमारी की वजह से होने वाली खांसी cough मे पुनर्नवा की जड़ को घिसकर शहद honey के साथ चटाने पर खांसी cough में तुरंत आराम express relief होता है।

छोटे बच्चों [ kids ]में भी पुनर्नवा की जड़ का रस root extract तथा साथ में पिपली का चूर्ण साथ में शहद honey में मिलाकर चटाने से खांसी cough में आराम relief होता है।

नींद ना आने की बीमारी में पुनर्नवा के फायदे

पुनर्नवा की जड़ root of punarnava के पानी को उबालकर boiled in water पीने से नींद sleepness अच्छी आती है।

आंखों की खुजली eye allergy में पुनर्नवा का उपयोग

पुनर्नवा की जड़ punarnava root को सील बट्टे पर घिसकर भृंगराज का रस bhrangraj extract मिलाकर आंखों में अंजन लगाने से आंखों की खुजली [scabies] धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।

रतौंधी night blindnessमें पुनर्नवा के फायदे

जिन वृद्धजनों old age को रात को ना देखने की समस्या रतोंधी [ no vison in night] जिसे नाइट ब्लाइंडनेस भी कहते हैं। पुनर्नवा की जड़ [punarnava root]को घिसकर उस में सफेद प्याज ]white onion ]का रस मिलाकर साफ कपड़े से छान कर आंखों में एक एक बूंद[drop] डालने से रतौंधी रोग [night blindness]खत्म हो जाता है।

ह्रदय रोग heart daisies में पुनर्नवा का उपयोग

पुनर्नवा की पत्तियों punarnava leafs की सब्जी बनाकर खाने ह्रदय मजबूत होता है।

मुंह के छालों mouth ulcer में

पुनर्नवा की जड़ root of punarnava को चबाने से मुख में होने वाले छालों mouth ulcer में आराम मिलता है ।

चेतावनी- यहां पर दी गई समस्त जानकारी चिकित्सा परामर्श नहीं है । किसी भी आयुर्वेद औषधि का उपयोग करने से पहले आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह आवश्यक है ।

(और पढ़ें……आयुर्वेद के अनुसार दिनचर्या कैसी होनी चाहिए? Daily routine with Ayurveda…………)

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